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इस्पात नगर स्टेशन: डीसी लाइन बंद होने के बाद टीटी लाइन का तोहफा, शहर के लिए घटेगी स्टेशन की दूरी

बोकारो: एक ओर डीसी रेलवे लाइन बंद होने से आर्थिक नुकसान का आकलन किया जा रहा है, वहीं इसी वजह से टीटी लाइन (तलगड़िया-तुपकाडीह) गुलजार होने को है. इस्पात नगर स्टेशन से फिलहाल चार जोड़ी पैसेंजर/एक्सप्रेस ट्रेन गुजरती है. फिलहाल यहां ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं है, लेकिन सप्ताह भर में स्टॉपेज का अनुमान किया जा […]

बोकारो: एक ओर डीसी रेलवे लाइन बंद होने से आर्थिक नुकसान का आकलन किया जा रहा है, वहीं इसी वजह से टीटी लाइन (तलगड़िया-तुपकाडीह) गुलजार होने को है. इस्पात नगर स्टेशन से फिलहाल चार जोड़ी पैसेंजर/एक्सप्रेस ट्रेन गुजरती है. फिलहाल यहां ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं है, लेकिन सप्ताह भर में स्टॉपेज का अनुमान किया जा रहा है. स्टेशन के सुचारु ढंग से काम करने से सेक्टर वासियों के लिए ट्रेन का सफर आसान हो जायेगा. सेक्टर वासियों के लिए नजदीकी स्टेशन मात्र दो किमी पर होगा. फिलहाल लोगों को बोकारो स्टील सिटी रेलवे स्टेशन जाना पड़ता है. यह आठ किमी की दूरी पर है.
बन रहा टिकट काउंटर, सोमवार को होगी जांच : ट्रेन परिचालन की जांच के लिए सोमवार (19 जून) को कमीश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी इस्पात नगर स्टेशन आयेंगे. जांच कर आगे का खाका तैयार होगा. फिलहाल स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेन सीमित गति में चलायी जा रही है. पासिंग ट्रेन को 30 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गुजर रही है. स्टेशन पर टिकट काउंटर बनाया जा रहा है. निर्माण कार्य तीन-चार दिन में पूरा हो जायेगा. सब कुछ ठीक रहा तो एक सप्ताह के अंदर स्टेशन में सवारी गाड़ी भी रूकने लगेगी. फिलहाल धनबाद-हटिया इंटर सिटी, दुमका एक्सप्रेस, वनांचल एक्सप्रेस व पाटलिपुत्र एक्सप्रेस स्टेशन से गुजर रही है.
चंद्रपुरा, दुग्दा, कानुडीह व जमुनियाटांड़ को भी लाभ : इस्पात नगर रेलवे स्टेशन के शुरू होने से सिर्फ बोकारो को ही नहीं, बल्कि डीसी लाइन के चंद्रपुरा, दुग्दा, कानुडीह व जमुनियाटांड़ भी लाभान्वित होंगे. दरअसल, इस्पात रेलवे स्टेशन सेक्टर 09 से चंद्रपुरा वाली सड़क पर स्थित है. यहां से चंद्रपुरा की दूरी मात्र छह किमी है. दुग्दा, कानुडीह व जमुनियाटांड़ भी 10-12 किमी की परिधि में स्थित है. हालांकि बोकारो-चंद्रपुरा पुल के लिए संपर्क सड़क नहीं बनी है, लेकिन इस्पात नगर स्टेशन का ग्राफ ऊंचा होते ही संपर्क पथ निर्माण भी संभव हो सकेगा.
1990 में बना था स्टेशन, कार्यरत हैं 18 स्टाफ : इस्पात नगर रेलवे स्टेशन 1990 में बना था. निर्माण के बाद से अब तक यहां से पैसेंजर ट्रेन का परिचालन नहीं हुआ. स्थानीय लोग कई साल से पैसेंजर ट्रेन चलाने की मांग कर रहे थे. लोगों की मांग का असर रेलवे पर नहीं हो रहा था. 14 जून अर्धरात्रि के बाद डीसी लाइन की बंद की घोषणा के बाद से टीटी लाइन को विकल्प के तौर पर देखा गया. वर्तमान में इस्पात रेलवे स्टेशन पर 18 स्टाफ कार्यरत हैं. इनमें से चार एसएम हैं. 14 केबिन व गेट पर कार्यरत हैं. इस्पात नगर से नजदीक का स्टेशन चास व एन केबिन है.
पैकिंग का काम जोरों पर : स्टेशन से ट्रेनों का परिचालन सुचारु करने के लिए पटरी पर पैकिंग का काम जोरों पर है. स्टेशन पर यूनिमेट-03 एस वाहन तैनात किया गया है. वाहन पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर पी वे एसबी प्रजापति समेत जूनियर इंजीनियर धर्मेंद्र श्रीवास्तव व अन्य की टीम पटरी पैकिंग का काम कर रही है. स्टेशन पर ट्रेन स्टॉपेज होने के बाद पानी, बिजली, शेड, चेयर, शौचालय आदि का निर्माण भी होगा. फिलहाल तलगडिया-तुपकाडीह रूट सिंगल ट्रैक है. ट्रेन के आवागमन बढ़ने के साथ ट्रैक डबल कराया जायेगा.

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