रांची: झारखंड विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने स्वत: संज्ञान लेते हुए झामुमो छोड़ भाजपा में जानेवाले विधायक हेमलाल मुरमू व विद्युतवरण महतो को नोटिस भेजा है. दोनों को जवाब के लिए एक हफ्ते का समय दिया है. पूछा है कि मीडिया में खबर आ रही है कि आप अपना दल छोड़ कर दूसरे दल में शामिल हो गये हैं. इस संबंध में अपना पक्ष बतायें. इस बाबत श्री स्पीकर ने कहा है कि नैसर्गिक न्याय का तकाजा है कि विधायकों से उनका पक्ष पूछा जाये. तथ्यों के जाने बिना कार्रवाई नहीं की जा सकती. विधायकों का जवाब आने के बाद वह आगे की कार्रवाई करेंगे. इधर, कांग्रेस छोड़ टीएमसी में शामिल हुए विधायक ददई दुबे नेगुरुवार को स्पीकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया. स्पीकर ने बताया कि कांग्रेस विधायक का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है.
सरकार के पास 40 विधायकों का ही समर्थन : उल्लेखनीय है कि तीनों विधायक सत्ता पक्ष के हैं. ददई दुबे विधायकी छोड़ चुके हैं. झामुमो छोड़ भाजपा में शामिल होनेवाले विधायक हेमलाल मुरमू और विद्युतवरण महतो दल बदल कानून में घिरते नजर आ रहे हैं. इन पर कार्रवाई हुई, तो हेमंत सोरेन सरकार के पास 40 विधायकों का ही समर्थन होगा.
नैतिकता के आधार पर विधायकी छोड़ी : ददई
विधायक चंद्रशेखर उर्फ ददई दुबे ने कहा : मैं कांग्रेस पार्टी की ओर से विधायक चुना गया था. नैतिकता के आधार पर मुङो पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था. मैं अपने जैसे और विधायकों का भी इस्तीफा देने का इंतजार कर रहा था. जब कोई और सामने नहीं आया, तो मैंने ही सबसे पहले विधायकी छोड़ने का फैसला लिया. श्री दुबे ने कहा : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बच्चे हैं. सरकार अल्पमत में है. मैंने पहले भी कहा था कि हेमंत को इस्तीफा देकर इज्जत बचा लेनी चाहिए. टीएमसी द्वारा सरकार को समर्थन देने की स्थिति से संबंधित प्रश्न पूछे जाने पर श्री दुबे ने कहा : मैं अब विधायक नहीं हूं. दो और विधायक टीएमसी के बन गये हैं. विधानसभा में अब उस पार्टी का फैसला उन पर लागू होगा. मैं पार्टी फोरम में अपनी बात करूंगा.
स्पीकर से सीधी बात
झामुमो के दो विधायक भाजपा में शामिल हो गये हैं. आप उन पर कार्रवाई कर सकते हैं. विपक्ष सवाल भी उठा रहा है?
मैं कार्रवाई कर सकता हूं. मुङो भी मालूम है. लेकिन कार्रवाई से पहले नैसर्गिक न्याय है कि सामनेवाले का पक्ष जान लूं. मैंने विधायकों से स्पष्टीकरण पूछा है. मुङो उनके जवाब का इंतजार है. उनके जवाब के बाद आगे की कार्रवाई होगी.
सब कुछ तो साफ है. अखबारों और चैनल में दिखाया जा रहा है कि विधायक भाजपा में चले गये?
अखबारों और मीडिया की खबरों पर कार्रवाई नहीं कर सकता. मैंने मीडिया की खबरों पर ही विधायकों से उन्हें अपना पक्ष रखने को कहा है.बंधु तिर्की और चमरा लिंडा पर भी कार्रवाई होगी या वह विधि सम्मत नहीं है?
बंधु तिर्की और चमरा लिंडा ने मुङो लिख कर दिया है कि उनका पूरा दल तृणमूल में शामिल हो गया है. उन्होंने विधानसभा में तृणमूल के विधायकों की बैठने की व्यवस्था का आग्रह किया है. उनकी सूचना हमने प्राप्त कर ली है.
इन पर दलबदल का कानून लागू नहीं होता?
इन्होंने पूरे दल को तृणमूल में शामिल कर लिया है. इनके दल से काई आपत्ति भी नहीं आयी है.
आपकी भूमिका पर विपक्ष सवाल उठा रहा है, विधायकों पर कार्रवाई में देरी का आरोप लग रहा है?
गलत है. मैंने तो कार्रवाई कर दी है. स्पष्टीकरण पूछा है. प्रक्रिया होती है. उसी पर कार्रवाई होगी. यह मेरा विशेषाधिकार है कि मैं उन विधायकों को कितना समय दूं.
आप फिलहाल अपनी भूमिका से कितना संतुष्ट हैं?
मैंने कह दिया है कि कुरसी को आंच नहीं आने दूंगा. दल बदल का कानून प्रक्रिया के अनुरूप लागू होगा. मैं किसी को नहीं बचा रहा हूं. मुङो संवैधानिक पद की गरिमा का पूरा ख्याल है. मुङो लगता है कि यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है.