बैंक ने सीआइडी को सुचित किया है कि चेक क्लीयरेंस के दौरान 29 अप्रैल को यह पाया गया कि अर्चना देवी के नाम 3.17 लाख रुपये का एक चेक (761324) क्लीयरेंस के लिए आया. इसे डीवी पब्लिक स्कूल पुंदाग ने जारी किया था. यह 21 अप्रैल 2017 का जारी चेक है. एसएनजी शाखा ने इसे पकड़ा. शाखा ने पाया कि यही चेक (761324) 1,12,822 रुपये का बैंक में 25 अप्रैल को भी प्रस्तुत हुआ है. बैंक अॉफ इंडिया श्यामली के माध्यम से यह चेक प्रस्तुत हुआ था, जो क्लीयर भी हो गया. ऐसे में प्रबंधन ने तत्काल अर्चना देवी के नाम के चेक को रोक दिया. फिर डीएवी पुंदाग की अोर से बैंक को बताया गया कि 1,12,822 राशि वाला चेक सही है, जबकि दूसरा चेक पूरी तरह फर्जी है.
Advertisement
बैंक ने पकड़ा फर्जीवाड़ा: सीआइडी से जांच का किया आग्रह, फर्जी चेक के माध्यम से बैंक से निकाले जा रहे हैं लाखों रुपये
रांची: शहर के खास बैंकों में फर्जी (फेक) चेक के माध्यम से लाखों की निकासी का मामला प्रकाश में आया है. फर्जी तरीके से अलग-अलग संस्थानों के चेक निर्गत हो रहे हैं. कई मामले में इससे राशि भी निकासी हो गयी है. जब संस्थान को यह पता चला, तो दौड़े-दौड़े बैंक, फिर पुलिस के पास […]
रांची: शहर के खास बैंकों में फर्जी (फेक) चेक के माध्यम से लाखों की निकासी का मामला प्रकाश में आया है. फर्जी तरीके से अलग-अलग संस्थानों के चेक निर्गत हो रहे हैं. कई मामले में इससे राशि भी निकासी हो गयी है. जब संस्थान को यह पता चला, तो दौड़े-दौड़े बैंक, फिर पुलिस के पास पहुंचे. उनका कहना है कि उन्होंने कोई चेक किसी को नहीं दिया है, तो राशि कैसे निकल गयी. ऐसा ही एक चेक 17 मई को भी पंजाब नेशनल बैंक एसएनजी शाखा में आया. इस शाखा ने तत्काल उसे रोक दिया है. इस शाखा के पास पांच ऐसे चेक आये हैं. इनमें से पहले ही दो चेक से निकासी हो गयी थी, जबकि तीन चेक को रोक दिया गया है. इतना ही नहीं शाखा के मैनेजर आशिष कुमार एक्का ने इसकी शिकायत सीआइडी एडीजी से की है. साथ ही उनसे इस मामले में जांच कर प्राथमिकी दर्ज कराने का आग्रह किया है.
क्या है मामला : सबसे पहले मामला वाइएमसीए के चेक से शुरू हुआ. अर्चना देवी व पवन कुमार के नाम का क्रमश: 2.57 लाख व 3.13 लाख का चेक 18 अप्रैल को पीएनबी बहुबाजार में प्रस्तुत किया गया. अर्चना देवी के नाम का चेक (055098) केवी बैंक तथा पवन कुमार का चेक (055099) कॉरपोरेशन बैंक गोरखपुर के माध्यम से प्रोड्यूस किया गया. वाइएमसीए की अोर से पीएनबी को सूचित किया गया कि दोनों चेक उसने निर्गत किया ही नहीं है. दोनों चेक फेक हैं. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
बैंक ने सीआइडी को सुचित किया है कि चेक क्लीयरेंस के दौरान 29 अप्रैल को यह पाया गया कि अर्चना देवी के नाम 3.17 लाख रुपये का एक चेक (761324) क्लीयरेंस के लिए आया. इसे डीवी पब्लिक स्कूल पुंदाग ने जारी किया था. यह 21 अप्रैल 2017 का जारी चेक है. एसएनजी शाखा ने इसे पकड़ा. शाखा ने पाया कि यही चेक (761324) 1,12,822 रुपये का बैंक में 25 अप्रैल को भी प्रस्तुत हुआ है. बैंक अॉफ इंडिया श्यामली के माध्यम से यह चेक प्रस्तुत हुआ था, जो क्लीयर भी हो गया. ऐसे में प्रबंधन ने तत्काल अर्चना देवी के नाम के चेक को रोक दिया. फिर डीएवी पुंदाग की अोर से बैंक को बताया गया कि 1,12,822 राशि वाला चेक सही है, जबकि दूसरा चेक पूरी तरह फर्जी है.
बैंक के पास 17 मई को भी 2.53 लाख का एक चेक आया. प्रबंधन ने अर्चना देवी के नाम का चेक देखते ही इसकी पड़ताल शुरू कर दी. यह चेक यूनियन बैंक अॉफ इंडिया मोरहाबादी का है, जो रांची जिला संतमत सतसंग समिति द्वारा निर्गत है. बैंक ने जब समिति से संपर्क किया, तो पता चला कि यह चेक उसने निर्गत ही नहीं किया है, बल्कि किसी ने फर्जी चेक का इस्तेमाल किया है.
वाइएमसीए ने दर्ज कराया है केस : इस मामले में वाइएमसीए की अोर से फर्जी राशि निकासी के मामले में केस दर्ज कराया गया है. अर्चना देवी व पवन कुमार के द्वारा फर्जी चेक का इस्तेमाल कर राशि की निकासी कर ली गयी है. वाइएमसीए ने चुटिया में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
धंधे में सक्रिय है बड़ा रैकेट : इस धंधे में बड़ा रैकेट सक्रिय है. इस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. धंधे में शामिल लोगों ने अलग-अलग बैंकों में खाता खुलवा रखा है. अपने बैंकों में फर्जी चेक जमा करते हैं, जो दूसरे बैंक से क्लीयर होकर आ जाता है. फिर ये पैसे निकाल लेते हैं. बैंक अफसरों का मानना है कि दूसरे बैंकों में इन्होंने साजिश के तहत खाता खुलवाया है. उनका मानना है कि खाता खोलने की पूरी प्रक्रिया की जांच हो. साथ ही पहचानकर्ता को भी चिह्नित किया जाये, तो कई मामले सामने आयेंगे.
कैसे मिल रहा है चेक बुक : इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर संस्थानों के चेक बुक इन लोगों के हाथ कैसे लग रहे हैं. चेक के साथ ही सक्षम प्राधिकार के हस्ताक्षर भी पूरी तरह से मिला कर राशि की निकासी की जा रही है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement