रांची: खूंटी के कर्रा में गत 27 मई को भूषण सिंह और विष्णु सिंह हत्याकांड की समीक्षा डीजीपी राजीव कुमार ने की. डीजीपी ने हत्याकांड में शामिल विधायक पौलुस सुरीन की भूमिका पर ठोस साक्ष्य एकत्र करने का निर्देश खूंटी पुलिस को दिया है. डीजीपी ने कहा विधायक पर हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप है. इसे पुलिस ने गंभीरता से लिया है.
गौरतलब है कि कर्रा थाना क्षेत्र के तिरला गांव में भूषण सिंह और विष्णु सिंह की पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. भूषण सिंह पुलिस के लिए स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) का काम कर चुका था. हत्याकांड के बाद भूषण सिंह के भाई के बयान पर कर्रा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
प्राथमिकी में दिनेश गोप, जेठा कच्छप व जीदन गुड़िया सहित अन्य लोगों के नामजद बनाया गया था. इस मामले में विधायक पौलुस सुरीन पर उग्रवादियों के साथ मिल कर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा था. भूषण के भाई कमानी सिंह के अनुसार भूषण सिंह का विवाद पौलुस सुरीन के साथ हुआ था. इस वजह से विधायक ने उसकी हत्या करवा दी. इस मामले में पुलिस अब तक विधायक की भूमिका पर किसी प्रकार का निर्णय नहीं ले पायी है. इस वजह से डीजीपी ने विधायक की भूमिका पर निर्णय लेने से पूर्व ठोस साक्ष्य एकत्र करने का निर्देश दिया है.