रांची: पलामू स्थित पंजाब नेशनल बैंक की बसडीहा (पांकी) शाखा के मैनेजर पंखराज मिंज से पांच लाख रुपये रंगदारी मांगी गयी है. पैसा नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गयी है. यह भी कहा गया कि अगर रंगदारी नहीं दी, तो यहां से तबादला करवा लो. इस बीच, बैंक अफसरों का कहना है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं हुई, तो पीएनबी की पांकी शाखा बंद कर दी जायेगी. जब तक सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो जाती है, शाखा नहीं खुलेगी. घटना गुरुवार सुबह 9.15 बजे की है. उस समय श्री मिंज के साथ बैंककर्मी दिलीप कुमार भी थे. मोबाइल पर कॉल करनेवाले व्यक्ति ने सिर्फ इतना कहा कि वह मंडल कारा से बोल रहा है.
इस घटना के बाद से बैंक की बसडीहा (पांकी) शाखा के प्रबंधक सहित सभी बैंककर्मी दहशत में हैं. उन्होंने तत्काल इसकी सूचना रांची मुख्यालय को दी. बैंक प्रबंधन ने भी इसे गंभीरता से लिया है. रांची से अपने सुरक्षा अधिकारी कैप्टन नुपूर को पांकी भेजा है, ताकि इस मामले में त्वरित कानूनी कार्रवाई की जा सके.
एसोसिएशन ने कहा, तुरंत कानूनी कार्रवाई हो
ऑल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के झारखंड के सर्किल सचिव प्रशांत शांडिल्य ने कहा कि मामले को लेकर प्रबंधन के साथ एसोसिएशन भी गंभीर है. कानूनी कार्रवाई के लिए कहा गया है. जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो पीएनबी की पांकी शाखा बंद करने का पर विचार होगा.
बैंक प्रबंधन को सूचना दे दी है : मैनेजर
बैंक मैनेजर पंखराज मिंज ने बताया : गुरुवार सुबह 9.15 बजे खाना बनाते समय मेरे मोबाइल पर कॉल आया था. रंगदारी मांगी गयी है तथा जान से मारने की धमकी दी गयी है. मैंने इसकी सूचना सर्किल हेड को दे दी है. इस मामले को लेकर मुख्य प्रबंधक के पास भी गये. दिशा-निर्देश आते ही केस दर्ज करा देंगे.
पहले भी हो चुका है बैंक मैनेजर का अपहरण
वर्ष 2002-03 में पीएनबी की बसडीहा (पांकी) शाखा के मैनेजर सुशील टोप्पो का अपहरण हो चुका है, उन्होंने लोन देने से मना कर दिया था.
एक महीना पहले पांकी एसबीआइ में हो चुकी है घटना
27 जुलाई को रांची जाने के क्रम में पांकी एसबीआइ शाखा प्रबंधक प्रमोद कुमार सिंह , फील्ड अफसर अनूप कुमार लाल और लेखपाल एंजल केरकेट्टा को उग्रवादियों ने पांकी-बालूमाथ मार्ग पर तालघाटी के पास अगवा कर लिया था.
काफी मशक्कत के बाद तीनों बैंककर्मी मुक्त हुए थे. दहशत के कारण 20 दिनों तक (29 जुलाई से 18 अगस्त 2013 तक) एसबीआइ की शाखा बंद रही थी.