रांची: रांची में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर मुख्यमंत्री ने गंभीरता बरती है. इसे लेकर गत पांच अगस्त को उन्होंने पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बैठक भी की. सीएम ने पुलिस अफसरों को 10 दिनों के भीतर हालात सुधारने का निर्देश दिया है. उन्होंने स्थिति में बदलाव नहीं होने पर सख्त कार्रवाई की भी चेतावनी. राजधानी में हाल के दिनों में आपराधिक घटनाओं में वृद्धि हुई है, यह पुलिस अधिकारी भी मानते हैं. आंकड़ों पर गौर करें, तो पता चलता है कि रांची में पहले भी अपराध कम नहीं थे.
झारखंड के तीन बड़े शहरों रांची, जमशेदपुर व धनबाद में आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन सबसे अधिक घटनाएं रांची में होती हैं. अपराध के आंकड़े के आधार पर तीनों बड़े शहरों में रांची को अन्य दोनों शहरों के मुकाबले अधिक असुरक्षित माना जा सकता है. जनवरी से अप्रैल माह तक के आंकड़ों पर गौर करें, तो अन्य दोनों शहरों के मुकाबले रांची में हत्या, लूट, डकैती, दुष्कर्म, अपहरण और चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं.
अपहरण (अपहरण की सामान्य घटना भी शामिल) की घटना धनबाद में सबसे अधिक (संख्या-62) दर्ज की गयी है. यदि चोरी की घटनाओं की बात करें, तो धनबाद और जमशेदपुर की घटनाओं के जोड़ (557) से भी ज्यादा चोरी की घटनाएं (संख्या-658) रांची में हुई है. तीनों शहरों में अपराध के कुल आंकड़े रांची जिला को ही सबसे आगे खड़ा करता है.