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आदिवासी समस्याओं पर अध्ययन हो

रांची: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ एमएम पल्लम राजू ने आइआइएम से कहा है कि वह झारखंड और यहां के आदिवासियों की स्थानीय समस्याओं को देखे और अध्ययन करे, ताकि उनकी समस्याएं दूर की जा सकें. आइआइएम झारखंड व देश का भविष्य बने. डॉ राजू सोमवार को कांके (रांची) के चेरी गांव में भारतीय […]

रांची: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ एमएम पल्लम राजू ने आइआइएम से कहा है कि वह झारखंड और यहां के आदिवासियों की स्थानीय समस्याओं को देखे और अध्ययन करे, ताकि उनकी समस्याएं दूर की जा सकें. आइआइएम झारखंड व देश का भविष्य बने. डॉ राजू सोमवार को कांके (रांची) के चेरी गांव में भारतीय प्रबंध संस्थान (आइआइएम) भवन के आधारशिला कार्यक्रम में बोल रहे थे.

उन्होंने कहा कि पांच साल में सात आइआइएम की स्थापना की गयी है. इन संस्थाओं से काफी लाभ होगा. आज 23 करोड़ बच्चे स्कूल जा रहे हैं. झारखंड में बच्चों की भलाई के लिए तीन साल में ही आइआइएम के लिए भवन का शिलान्यास हो रहा है. शिक्षा को मजबूत करने का प्रयास हो रहा है. झारखंड में उच्च शिक्षा लाना जरूरी है. हमारा यह संकल्प है कि बच्चे को स्कूल से बाहर आने पर उच्च शिक्षा का ऑप्शन मिले. उन्होंने कहा कि उनके मंत्रलय ने स्पष्ट किया है कि शिक्षण संस्थानों की स्थापना के समय स्थानीय समस्याएं जरूर देखें और उसे दूर करें. आइआइएम का भविष्य झारखंड के भविष्य के साथ जुड़ा है.

इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश, सांसद सुबोधकांत सहाय, मुख्य सचिव आरएस शर्मा, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रलय की अतिरिक्त सचिव (टी) अमिता शर्मा, विधायक रामचंद्र बैठा, आइआइएम निदेशक प्रो एमजे जेवियर सहित कई विशिष्ट लोग उपस्थित थे.

झारखंडियों के विकास को मॉडल बनाये आइआइएम : सुबोधकांत
सांसद सुबोधकांत सहाय ने कहा कि आइआइएम सरहुल को देख कर काम करे. झारखंडियों के विकास को मॉडल बनाये. कौन सा मॉडल बनाया जाये, जिससे जमीन, पर्यावरण सहित अन्य समस्याओं का हल हो जाये, यह भी सोचना होगा. सुबोधकांत ने मौला आजाद ओपेन यूनिवर्सिटी के लिए जमीन की व्यवस्था करने की मांग रखी. साथ ही रांची विश्वविद्यालय को सेंट्रल विश्वविद्यालय का दरजा देने की मांग डॉ राजू से की.

आइआइटी भी हो यहां आइआइएम कंसलटेंट दे: सीएस
मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने कहा कि आइआइएम काफी ऊंचाई पर पहुंच गया है. हमें कंसलटेंट की जरूरत होती है. आइआइएम हमें कंसलटेंट दे. मुख्य सचिव ने कहा कि यहां आइआइटी भी होना चाहिए.हम जमीन के मामले में सारी प्रक्रिया पूरी करेंगे. जमीन अदला-बदली भी कर सकते हैं. स्थानीय लोगों का ख्याल रखा जायेगा. मुआवजा व अन्य सुविधाएं दी जायेंगी.

सारंडा के विकास का अध्ययन करेगा आइआइएम
सारंडा में क्या विकास हुआ है, इसका अध्ययन आइआइएम रांची करेगा. केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने इसका जिम्मा आइआइएम को सौंपा है. आइआइएम से कहा गया है कि वह यह देखे कि विकास की स्थिति क्या है? कहां खामियां हैं? सभी मामलों पर आइआइएम से रिपोर्ट देने को कहा गया है. वहीं कोल इंडिया के चेयरमैन को भी कहा गया है कि वह आइआइएम के साथ तालमेल कर यहां की स्थिति का आकलन करें.

स्थानीय लोगों को लाभ मिले : बैठा
विधायक रामचंद्र बैठा ने कहा कि यहां के स्थानीय लोगों को लाभ मिले. उन्हें संस्थान में छोटा ही सही, लेकिन रोजगार मिले, तभी इस क्षेत्र का विकास हो सकेगा.

आनेवाले वर्षो में हम दुनिया में टॉप 10 में शामिल होंगे : प्रो एमजे जेवियर
प्रो एमजे जेवियर ने कहा कि हम पांच साल में देश भर में टॉप 10 में पहुंच गये हैं. आनेवाले वर्षो में दुनिया में टॉप 10 में हमारा नाम होगा. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के लिए कई योजनाएं हैं. गांवों के लिए कई कार्यक्रम बनाने हैं. उन्होंने आइआइएम के बारे में कहा कि हम किसी से कम नहीं.

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