आनंद ज्वेलर्स के आयकर सर्वे में मिली गड़बड़ी
रांची : आनंद ज्वेलर्स ने मनी लाउंड्रिंग के सहारे 12 करोड़ रुपये जुटाये हैं. कॉलेज में पढ़नेवाले एक छात्र ने भी कंपनी में शेयर के लिए एक करोड़ रुपये (शेयर एप्लीकेशन मनी) दिये हैं.आयकर विभाग द्वारा आनंद ज्वेलर्स समूह की दुकानों में किये गये सर्वे के दौरान ये तथ्य उजागर हुए हैं. आयकर उपायुक्त अमरेश तिवारी के नेतृत्व में 23 जुलाई को आनंद ज्वेलर्स और मां गायत्री नामक प्रतिष्ठान में शुरू हुआ सर्वे 24 जुलाई को समाप्त हो गया.
सर्वे में पाया गया कि सुशील गुप्ता ने आनंद ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कंपनी बनायी है. इस कंपनी ने मनी लाउंड्रिंग के सहारे पिछले तीन साल में 12 करोड़ रुपये जुटाये हैं. दस्तावेज की जांच पड़ताल में पाया गया है कि कंपनी से जुड़े एक व्यक्ति के पुत्र ने भी शेयर के लिए एक करोड़ रुपये दिये हैं.
हालांकि उनका पुत्र फिलहाल कॉलेज का छात्र है और किसी तरह का व्यापार नहीं कर रहा है. विभागीय अधिकारियों ने उसे शेयर एप्लीकेशन मनी के रूप में एक करोड़ रुपये जुटाने के स्नेत से संबंधित पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है. कंपनी ने शेष रकम असुरक्षित कर्ज के रूप में कुछ रिश्तेदारों व मित्रों के अलावा अन्य कंपनियों से लिया गया दिखाया है. आयकर ने कंपनी की दोनों दुकानों में स्टॉक की जांच की और 2.15 करोड़ रुपये मूल्य के स्टॉक का अंतर पाया. अधिकारियों द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए कंपनी के लोग स्टॉक की सही सही जानकारी भी नहीं दे सके थे. कंपनी से संबंधित लोगों ने बाजार मूल्य के आधार पर चोरी हुए जेवरात के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.