गढ़वा : जिला परिषद के अध्यक्ष के हुए चुनाव का निर्णय अंतत: लॉटरी के माध्यम से किया गया. राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त किये गये विशेष पर्यवेक्षक के रूप में सहकारिता विभाग के सचिव केके सोन ने लॉटरी निकाल कर परिणाम की घोषणा की. इसके पूर्व समाहरणालय स्थित प्रशिक्षण केंद्र भवन में कुल 21 मतदाताओं में से 20 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
इसमें 10-10 मत दोनों उम्मीदवार गीता देवी एवं विजया लक्ष्मी को प्राप्त हुए. गीता देवी खरौंधी की तथा विजया लक्ष्मी नगरऊंटारी की जिप सदस्य हैं. मत बराबर मिलने के कारण अप्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली की धारा 14(1) के तहत लॉटरी का सहारा लेना पड़ा. लॉटरी निकालने के बाद निर्वाची पदाधिकारी सह उपायुक्त सुधांशु भूषण बरवार ने परिणाम की घोषणा करते हुये गीता देवी को प्रमाण पत्र सौंपा.
इसके पूर्व मंगलवार को जिप अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सुबह से ही सुरक्षा के कड़े इतंजाम किये गये थे. मुख्य मार्ग से समाहरणालय जानेवाले मार्ग पर बैरिकेटिंग लगा कर लोगों की जांच-पड़ताल की जा रही थी. जबकि समाहरणालय स्थित प्रशिक्षण केंद्र भवन मतदान स्थल पर एसडीओ पशुपतिनाथ मिश्र की अध्यक्षता में सुरक्षाकर्मी
तैनात थे. निर्वाची पदाधिकारी सुधांशु भूषण बरवार की देखरेख में सुबह 11 बजे से चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ की गयी. इस दौरान मात्र दो उम्मीदवारों ने ही अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया. क्रमवार तरीके से नामांकन पत्रों की जांच करने के पश्चात अंत: में मतदान कराया गया. पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार झा भी मौके पर उपस्थित होकर सुरक्षा व्यवस्था की छानबीन की.
चुनाव कार्य में सहायक निर्वाची पदाधिकारी के रूप में अपर समाहर्ता संजय कुमार एवं डीसीएलआर सुधीर कुमार गुप्ता ने सहयोग किया. पूरी चुनाव प्रक्रिया में जिला परिषद के सचिव सह डीडीसी उमाशंकर प्रसाद, जिला योजना पदाधिकारी अरूण कुमार द्विवेदी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सुषमा नीलम सोरेंग, गढ़वा बीडीओ रामनारायण खलखो, अंचलाधिकारी अंजना दास, नगरऊंटारी के एसडीपीओ सुरजीत कुमार, रंका एसडीपीओ एसएन देव, थाना प्रभारी चंद्रमणि भारती, पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार सहित कई लोगों ने सक्रिय भूमिका निभायी.