रांची: राज्य के विश्वविद्यालयों में व्याख्याता नियुक्ति के लिए एक बार फिर झारखंड पात्रता परीक्षा (जेट) का आयोजन किया जायेगा. यूजीसी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा की तर्ज पर इस परीक्षा का आयोजन किया जायेगा. झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) ने इसकी स्वीकृति के लिए मानव संसाधन विकास विभाग को प्रस्ताव भेजा है. अंतिम निर्णय मानव संसाधन विकास विभाग को लेना है. स्वीकृति मिलने के बाद राज्य में झारखंड पात्रता परीक्षा दूसरी बार आयोजित होगी. पहली परीक्षा वर्ष 2007-08 में ली गयी थी.
आयोग ने प्रस्ताव में कहा है कि यूजीसी मापदंड के अनुसार व्याख्याता नियुक्ति के लिए झारखंड पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जाना है. परीक्षा किसी एजेंसी के माध्यम से ही करना है. परीक्षा संचालन के लिए राज्य सरकार की एजेंसी झारखंड लोक सेवा आयोग है. व्याख्याता नियुक्ति के लिए वैसे उम्मीदवार, जिन्होंने पीएचडी किया है और जिन्होंने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) उत्तीर्ण की है, उन्हें साक्षात्कार में सीधे शामिल होने का मौका मिलेगा.
पांचों विवि में व्याख्याता के लगभग 1043 पद रिक्त
राज्य के पांचों विवि में व्याख्याता के लगभग 1043 पद रिक्त हैं. इनमें रांची विवि में लगभग 171 पद, विनोबा भावे विवि हजारीबाग में 257 पद, सिदो-कान्हू मूरमू विवि में 167 पद, नीलांबर-पीतांबर विवि में 246 पद और कोल्हान विवि में लगभग 202 पद रिक्त हैं.
2008 की नियुक्ति की चल रही है सीबीआइ जांच
राज्य के पांचों विवि में जेपीएससी द्वारा वर्ष 2008 में की गयी लगभग आठ सौ व्याख्याता नियुक्ति की जांच सीबीआइ कर रही है. रांची विवि में वर्ष 2008 में नियुक्त व्याख्याता का अभी तक सेवा संपुष्ट भी नहीं हो सकी है.