रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अर्जुन मुंडा ने आज यहां कहा कि राज्य में देश के अन्य भागों की ही तरह परिवर्तन की जबर्दस्त लहर चल रही है और इसका सीधा लाभ भाजपा को अधिक लोकसभा सीटों पर जीत के रुप में मिलेगा.
झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता अर्जुन मुंडा ने आज यहां विशेष बातचीत में कहा, ‘‘झारखंड में भाजपा की बहुत अच्छी स्थिति है और यहां देश के अन्य भागों की ही तरह परिवर्तन की जबर्दस्त लहर चल रही है.’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘यह लहर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और व्यक्तित्व के चलते बनी है. साथ में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार के दस वर्षों में भ्रष्टाचार और कुशासन के बोलबाले के चलते भी भाजपा के पक्ष में लहर तेजी से बनी है.’’ उन्होंने कहा कि इन सब के अलावा देश की जनता जिस प्रकार महंगाई से त्रस्त हुई है उससे उसने देश से कांग्रेस का शासन हटाने का पूरी तरह से मन बना लिया जिसका खामियाजा कांग्रेस और उसके सहयोगियों को भुगतना पड रहा है.
अर्जुन मुंडा ने दावा किया कि 2009 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को झारखंड में आठ लोकसभा सीटें मिलीं थीं और इस बार उन्हें भाजपा के पक्ष में बनी लहर के चलते कम से कम दस सीटें जीतने का भरोसा है. उन्होंने कहा कि झारखंड में जुलाई, 2013 में बनी झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली हेमंत सोरेन की सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है और राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के गठबंधन के खिलाफ जबर्दस्त माहौल है. केंद्र की कांग्रेस सरकार की विफलता के बाद राज्य की सरकार की विफलता और कुशासन ने राज्य की जनता के गुस्से को बहुत बढा दिया है. झामुमो, झारखंड विकास मोर्चा, आज्सू और राजद जैसे क्षेत्रीय दलों की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर मुंडा ने कहा, ‘‘क्षेत्रीय दलों में राष्ट्रीय भावना की कमी देश के लिए एक बडी चुनौती है. इनके सांसद चुने जाने पर वह केंद्रीय सरकार के गठन में सौदेबाजी करते हैं और इससे देश में भ्रष्टाचार पनपता है.’’ उन्होंने जोर दिया कि क्षेत्रीय दल लोकसभा चुनावों से पूर्व यदि किसी राष्ट्रीय दल के साथ सिद्धान्तों के आधार पर समझौता करते हैं और गठबंधन में चुनाव लडते हैं तो यह बेहतर होता है लेकिन अकेले चुनाव लडकर कुछ सीटें जीतने और उसके बाद सौदेबाजी करने से देश का नुकसान होता है.
झारखंड में 14 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 2009 में आठ सीटें जीती थीं और इस बार वह सभी 14 सीटें अकेले दम पर लड रही है. यहां दस अप्रैल और 17 अप्रैल को पहले दो चरण में कुल 10 सीटों के लिए मतदान हो चुका है और कल अंतिम दौर में संथाल क्षेत्र की तीन शेष और धनबाद सीट के लिए मतदान होना है.