रांची: राजधानी के शहरी इलाके से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लॉ एंड ऑर्डर की क्या स्थिति है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 13 अक्तूबर से लेकर 27 अक्तूबर के बीच यानी 15 दिनों में 12 लोगों की हत्या कर दी गयी. हैरत तो यह है कि हर घटना के बाद पुलिस जल्द ही अपराधियों को पकड़ने की बात कहती है, लेकिन सिर्फ सुखदेवनगर और पंडरा ओपी में दर्ज हत्या की दो घटनाओं के अपराधियों को ही गिरफ्तार कर सकी है. दोनों मामले को 24 घंटे में सुलझा लिया गया, लेकिन अन्य सात घटनाओं में सुराग मिलने और सप्ताह िदन बाद भी किसी अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर पायी है.
मुख्यमंत्री का निर्देश भी हवा में
गाैरतलब है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 14 जुलाई को बैठक में सभी एसपी को निर्देश दिया था कि 72 घंटे के भीतर महत्वपूर्ण कांडों का उदभेदन करने के लिए लक्ष्य और समय निर्धारित किया जाये. इस निर्देश के बाद एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने 26 जुलाई को आदेश जारी किया था. आदेश में हत्या की घटना के लिए थाना प्रभारी, इंस्पेक्टर और डीएसपी को विभिन्न बिंदुओं पर निर्देश दिया था. कहा था कि हत्या की सूचना मिलने के बाद थाना प्रभारी या इंस्पेक्टर एक घंटा के अंदर और डीएसपी अधिकतम दो घंटा के अंदर घटना स्थल पर पहुंचेंगे. साथ ही इंस्पेक्टर घटना की सूचना मिलने या केस दर्ज होने के 12 घंटे के अंदर लिखित टेस्ट नोट देंगे. डीएसपी अधिकतम 48 घंटा के अंदर टेस्ट नोट देंगे और सात दिनों के अंदर सुपरविजन रिपोर्ट देंगे, ताकि समय पर केस का उद्भेदन हो सके. इसके बाद भी नतीजा शून्य है.
इन घटनाओं में से कुछ का सुराग मिला, लेकिन सप्ताह िदन बाद भी नहीं हो सकी गिरफ्तारी
13 अक्तूबर: रातू थाना क्षेत्र के नयाटोली झुमरी मोड़ के पास पुलिस ने एक अज्ञात शव बरामद किया था. घटना को लेकर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया. बाद में शव की पहचान गुमला निवासी ऑटो चालक के रूप में हुई. इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी.
15 अक्तूबर: डोरंडा थाना क्षेत्र के बंगला स्कूल के पास अपराधियों ने शंभूराम नामक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी. इस केस में परिजनों ने युवक के ससुराल वालों पर हत्या की आशंका जाहिर की थी. इस केस में भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी.
17 अक्तूबर : कोतवाली थाना क्षेत्र के श्रद्धानंद रोड स्थित बनवारी काॅम्प्लेक्स में घुस कर अपराधियों ने गार्ड श्याम चंद्र मुंडा की हत्या कर दी. पुलिस ने पांच अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया. लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो पायी.
22 अक्तूबर: सदर थाना क्षेत्र के शांति नगर गढ़ा टोली निवासी प्रदीप होरो नामक युवक की जुआ खेलने के विवाद में अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. पुलिस को कुछ अपराधियों पर संदेह भी है. इसके बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
24 अक्तूबर : दशमफॉल थाना क्षेत्र एनएच 33 किनारे हाथीतोपा कुलाबुरू गांव के एक ही परिवार के तीन महिलाओं की अपराधियों ने हत्या कर दी. हत्याकांड के पीछे जमीन विवाद की बात सामने आयी है. कुछ लाेगों से पूछताछ भी हुई लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई.
25 अक्तूबर : जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के बड़ झोपड़ी निवासी कोंदा महली ने पत्नी बिरसी लिंडा की हत्या कर दी. मामले में बेटी ने सौतेले पिता के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया. इस केस में भी पुलिस अारोपी को गिरफ्तार नहीं कर पायी है.
26 अक्तूबर : बरियातू थाना क्षेत्र के नया टोली निवासी सात वर्षीय सुप्रिया मिंज का शव 26 अक्तूबर को पुलिस ने बरामद किया है. मामले में हत्या किये जाने की बात सामने आयी. इसके बावजूद किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है.
27 अक्तूबर: तुपुदाना देवगाई निवासी टिपुल महतो नामक युवक की अपराधियों ने पत्थर से कूच कर हत्या कर दी. मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया. लेकिन कोई अपराधी अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है.
इन घटनाओं में पुलिस को 24 घंटे में मिली सफलता
14 अक्तूबर : सुखदेवनगर थाना क्षेत्र में सोनू ठाकुर नामक युवक की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. घटना के 24 घंटे के अंदर पुलिस ने दूसरे दिन हत्याकांड में शामिल अपराधियों को धुर्वा जेएससीए स्टेडियम के पास एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया.
27 अक्तूबर : पंडरा ओपी क्षेत्र के पंडरा नदी के किनारे अपराधियों ने कैलाश साहू नामक किराना दुकान के संचालक की हत्या कर दी. हत्या की जानकारी पुलिस को 28 अक्तूबर की सुबह मिली. इस हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों को अरेस्ट किया गया.