रांची: धनबाद के युवक शिव सरोज कुमार आत्महत्या मामले में एक नया मोड़ आ गया है. सीआइडी जांच में यह बात आयी है कि दिल्ली में शिव की एक गर्ल फ्रेंड है. उसने जांच से जुड़े अफसर को बताया है कि शिव ने उसे भी कहा था कि वह आइबी का अफसर है. उसने नौकरी ज्वाइन करने के बाद तीन माह तक हैदराबाद में ट्रेनिंग भी ली थी. इस संबंध में जांचकर्ता डीएसपी ने मंगलवार को डीजीपी डीके पांडेय को अद्यतन रिपोर्ट भी सौंपी है. उधर, आइबी ने भी शिव सरोज के आइबी अफसर होने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है. एजेंसी द्वारा पुलिस मुख्यालय को यह जानकारी दी गयी है. एक वरीय अधिकारी ने यह जानकारी दी है. हालांकि उन्होंने गर्ल फ्रेंड के नाम का खुलासा नहीं किया.
होटल रेडिएंट के 404 नंबर कमरे में शिव के साथ कोई और भी था : जांच में यह बात भी सामने आ रही है कि 29 जुलाई को रांची के जिस होटल रेडिएंट के कमरा नंबर 404 में शिव ठहरा था उसमें कुछ और लोग भी गये थे. उसके कमरे से कई रजनीगंधा और तुलसी के पाउच मिले हैं. हालांकि वे आदमी कौन थे, इसका पता किया जाना बाकी है. होटल के कॉरिडोर में अगर सीसीटीवी कैमरा रहता, तो सभी की शिनाख्त आसानी से पुलिस कर सकती थी, लेकिन कैमरा नहीं लगा था. इस वजह से अब पुलिस सीडीआर के जरिये उनलोगों तक पहुंचने की कोशिश में जुट गयी है. उधर, शिव द्वारा पुलिस को यह जानकारी देना कि उसके कमरे के बगल के कमरे में कुछ लोग हो- हल्ला कर रहे थे, इस पर पुलिस विश्वास नहीं कर रही है. अगर ऐसा होता, तो शिव होटल के किसी कर्मचारी से शिकायत कर सकता था, जो कि उसने नहीं की. शिव ने ई मेल से ओयो कंपनी, जिसके जरिये उसने होटल बुक कराया था, उसे शिकायत की थी.
उल्लेखनीय है कि सीआइडी के पास केस ट्रांसफर होने से पहले पुलिस ने मामले में विभिन्न बिंदुओं पर जांच की थी. जिसके आधार पर पुलिस मुख्यालय के अधिकारी पूर्व में यह दावा कर चुके हैं कि शिव सरोज अपने पिता और परिवार के सदस्यों को खुद को आइबी का अधिकारी बताता था. यह बात जब पुलिस के अनुसंधान में झूठ साबित होने लगा, तो वह सदमे में आ गया. उसने पासपोर्ट कार्यालय में भी पासपोर्ट के लिए कोई आवेदन नहीं दिया था.
दिल्ली में है शिव की गर्ल फ्रेंड
दिल्ली एयरपोर्ट से मिला सीसीटीवी फुटेज
शिव सरोज 29 जुलाई को एयर एशिया के फ्लाइट से दिल्ली से रांची आया था. इससे पूर्व दिल्ली एयरपोर्ट पर उसके लैपटॉप और मोबाइल आदि की जांच स्कैनर मशीन से हुई थी. इसका वीडियो फुटेज सीआइडी ने दिल्ली एयरपोर्ट प्रबंधन से लिया है. अब सीआइडी इस बात की जांच करेगी कि शिव ने उसी लैपटॉप या मोबाइल से पुलिस के वरीय अफसरों को ई मेल भेजा था या नहीं. जांच में यह बात सामने आयी थी कि उसने किसी साइबर कैफे से मेल किया है.
जिसके नाम पर काटा था चेक, उसकी भी पड़ताल
शिव ने आत्महत्या से पूर्व एक 10 लाख का और दूसरा दो लाख रुपये का चेक काटा था. जिन लोगों के नाम पर यह चेक काटा गया था, वे कौन हैं, इसकी पड़ताल के लिए संबंधित बैंक से सीआइडी के अफसर ने संपर्क किया है. उनलोगों से पूछताछ के बाद ही पता चल पायेगा कि आखिर शिव ने उनसे किस वजह या काम के लिए पैसे लिए थे. जांच में यह बात भी सामने आयी है कि शिव के एकाउंट में पैसे नहीं थे, फिर भी उसने चेक काटा था.