हाजीपुर : आरएन कॉलेज में उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के बैंकमित्रों की बैठक की गयी. मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ ओम प्रकाश, महाप्रबंधक आरके रूंगटा, क्षेत्रीय प्रबंधक सतीश चंद्रा एवं वित्तीय सलाहकार चंद्र किशोर महतो ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर बैठक का शुभारंभ किया. महाप्रबंधक श्री रूंगटा ने कहा कि वर्तमान में आधार सीडिंग एक चुनौती है, जिसे सभी बचत खाताओं में 30 सितंबर तक समाप्त कर देना है.
उन्होंने बैंक मित्रों को एनपीए ग्रहण खाताओं में वसूली करने का निर्देश दिया. साथ ही समय-समय पर अटल पेंशन योजना एवं केप डेविड कार्ड को सक्रिय करने का निदेश दिया. क्षेत्रीय प्रबंधक सतीश चंद्रा ने आधार सीडिंग, पेंशन योजना एवं वसूली के कार्यों को गंभीरता के साथ संपन्न कराने की अपील की. वित्तीय सलाहकार श्री महतो ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभी योजनाओं को पूरा करने का आग्रह किया. प्राचार्य डॉ राय ने सभी का अभिवादन करते हुए मार्गदर्शन किया.
समस्याओं से कराया गया अवगत : महाप्रबंधक को अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए बैंकमित्र एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि बैंकमित्र श्रम शक्ति का उपयोग करते हैं, लेकिन श्रम कानून के अनुसार सुविधा उपलब्ध नहीं होती है. बैंकमित्रों का दो माह से मासिक वेतन एवं कमीशन की राशि नहीं मिली है.
पूर्व सीएम के नाम पर स्थापित हाइस्कूल का भवन बना खंडहर
लालगंज प्रखंड के पुरनटांड गांव में 1959 में स्थापित दीप नारायण सिंह उच्च विद्यालय में न पर्याप्त भवन हैं न ही शिक्षक. और न ही अन्य संसाधन. न स्कूल आने-जाने के रास्ते ही ठीक-ठाक हैं. स्कूल आने-जानेवाली सड़क बरसात के दिनों में डूबी रहती है.
लालगंज. सूबे के द्वितीय मुख्यमंत्री दीपनारायण सिंह के नाम पर उनके पैतृक गांव लालगंज प्रखंड के पुरनटांड गांव में 1959 में स्थापित दीप नारायण सिंह उच्च विद्यालय आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. जहां न भवन पर्याप्त है न ही शिक्षक. और न ही अन्य संसाधन मौजूद हैं ,न स्कूल आने-जाने का रास्ता ही ठीक-ठाक है. स्कूल जानेवाली सड़क बरसात के दिनों में डूबे रहते है.
वर्ष 1959 में बना था यह विद्यालय : वर्ष 1959 में स्थापित उक्त विद्यालय के खंडहर से पता चलता है कि विद्यालय तब भव्य रहा होगा. परंतु आज इस विद्यालय में बच्चों के पढ़ने के लिए मात्र चार कमरे हैं. विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक समेत मात्र आठ शिक्षक हैं. जबकि कुल छात्रों की संख्या नौवीं में 300 तथा दसवीं में 450 छात्र हैं. कुल 750 छात्रों को देखते हुए प्रभारी समेत प्रभारी समेत शिक्षकों की संख्या 20 होनी चाहिए. वहीं विद्यालय में फिजीकल एवं संस्कृत के शिक्षक नहीं हैं. जबकि विद्यालय में आदेशपाल, लाइब्रेरियन एवं लिपिक के पद रिक्त पड़े हैं.
शौचालय और चापाकल का अभाव : छात्रों की इतनी संख्या के बावजूद विद्यालय में मात्र एक शौचालय है, जिसे स्कूल की तीन शिक्षिकाओं समेत अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं इस्तेमाल करते हैं. वहीं विद्यालय में मात्र एक इंडिया मार्का चापाकल है, जिसका पानी पीने योग्य नहीं है.
इस कारण छात्रों को अपने घर से पानी की बोतल लानी पड़ती है या पानी पीने के लिए स्कूल से कुछ दूरी पर स्थित बस्ती में जाना पड़ता है. स्कूल में चहारदीवारी भी बिल्कुल ध्वस्त है. स्कूल परिसर में स्कूल संचालन के समय भी गाय भैंस आदि चरती रहती हैं. विद्यालय नहर किनारे चौर में स्थित है, जहां जाने के लिए सड़क नहर बांध है तथा गांव से आनेवाली कच्ची व सोलिंग सड़क है. जिस पर बरसात के दिनों में पानी भर जाया करता है, जिस कारण शिक्षकों एवं छात्रों को विद्यालय आने-जाने में काफी परेशानी होती है.
ग्रामीणों को विद्यालय की हालत पर चिंता : विद्यालय की दयनीय हालत पर स्थानीय राजकुमार सिंह, रमेश सिंह, जीतेंद्र पासवान, गणेश राम, सुनील कुमार आदि ने बताया कि सरकार की ढुलमुल नीतियों के कारण स्कूल की यह हालत है. भवन, चहारदीवारी, शौचालय आदि के निर्माण को लेकर कई बार जिलाधिकारी तथा विभागीय पदाधिकारियों को आवेदन दिया. लोगों ने अतिशीघ्र विद्यालय भवन बनाये जाने व विद्यालय की चहारदीवारी समेत अन्य संसाधनों को दुरुस्त कराने की मांग सरकार से करते हुए छात्र संख्या के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की.
हाल पुरनटांड के दीप नारायण सिंह उच्च विद्यालय का
750 छात्रों के लिए हैं प्रभारी प्रधानाध्यापक समेत मात्र आठ शिक्षक
कहते हैं प्राचार्य
संसाधनों के अभाव तथा कम शिक्षकों के कारण बच्चों की पढ़ाई में काफी परेशानी हो रही है. परंतु इन परिस्थितियों के बावजूद छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा देने का प्रयास किया जाता है. विद्यालय भवन से लेकर स्कूल की सभी समस्याओं से विभाग को अवगत करा दिया गया है.
सुजीत कुमार सिंह, प्रभारी प्रधानाध्यापक
कहते हैं अधिकारी
उच्च विद्यालय के भवन निर्माण आदि के कार्य बिहार राज्य शैक्षिक आधारभूत संरचना विभाग द्वारा देखा जाता है, जिसके चेयरमैन स्थानीय विधायक होते हैं. जहां तक लिपिक व आदेश पाल के पद रिक्त होने की बात है, तो वहां के लिपिक व आदेश पाल के रिटायर होने के बाद नयी बहाली नहीं हुई है. विद्यालय से संबंधित कोई रिपोर्ट हमसे नहीं मांगी गयी है. अगर विभाग का कोई निर्देश होगा, तो उसका पालन होगा.
अरविंद तिवारी, प्रखंड प्रसार पदाधिकारी, लालगंज