हाजीपुर : मौसम वैज्ञानिकों की इस भविष्यवाणी ने कि इस साल औसत से ज्यादा वर्षा होगी, किसानों को एक साथ खुशी और गम दोनों दिये हैं. अच्छी बारिश की संभावना को देख धान की खेती के लिये तैयारी प्रारंभ कर दी गयी है. जिले के कुछ हिस्सों में किसानों ने धान की रोपनी प्रारंभ कर दी है. वहीं कुछ लोग अपने बिचड़े के तैयार होने की प्रतीक्षा में हैं. अब बिचड़ा गिरा रहे किसानों के सामने संकट है कि यदि वे निचले भूमि में बिचड़ा गिरा दें और जिस रफ्तार से वर्षा हो रही है यदि जल जमाव हो गया तो बिचड़े नष्ट हो जायेंगे.
Advertisement
जलजमाव की आशंकाओं के बीच कैसे हो खेती
हाजीपुर : मौसम वैज्ञानिकों की इस भविष्यवाणी ने कि इस साल औसत से ज्यादा वर्षा होगी, किसानों को एक साथ खुशी और गम दोनों दिये हैं. अच्छी बारिश की संभावना को देख धान की खेती के लिये तैयारी प्रारंभ कर दी गयी है. जिले के कुछ हिस्सों में किसानों ने धान की रोपनी प्रारंभ कर […]
वर्षा की रफ्तार से जल्दी में हैं किसान : गत दो सप्ताह से जिस गति से वर्षा हुई है उसे देखते हुए जिले के किसान जल्द से जल्द धान की रोपनी समाप्त कर लेना चाह रहे हैं ताकि जब तक जलजमाव वाले खेतों में पानी जमा हो धान के पौधों में सहनशक्ति का विकास हो जाये. जिले के कई प्रखंडों में धान का बिचड़ा गिराने का कार्य अब भी जारी है.
तंबाकू उत्पादक किसानों का संकट : वैसे किसान जो अपेक्षाकृत कम जलजमाव वाले क्षेत्र में तंबाकू की खेती करते हैं, के सामने संकट है कि वे वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी पर विश्वास कर जलजमाव वाले क्षेत्र में धान की फसल लगा दें या उन खेतों को तंबाकू के लिये खाली रखें. यदि वे भविष्यवाणी पर विश्वास कर धान की खेती कर दें और वर्षा नहीं हुई तो न केवल उनकी पूंजी जाया होगी बल्कि खेतों में धान की फसल लगने से उसकी उपज क्षमता में भी ह्रास होगी. यदि अन्य वर्षों से सीख लेते हुए धान की खेती न करें और अच्छी वर्षा हो गयी तब भी उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement