पातेपुर : पातेपुर प्रखंड परिसर में इंदिरा आवास सहायकों पर ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा. बीडीओ के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करने पर मौजूद भीड़ उग्र हो गयी. दोपहर बाद की घटना में उग्र भीड़ ने सहायकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. आंदोलनकारियों को सहयोग देने जिला मुख्यालय से आये संघ के दो नेताओं को भी लोगों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा. उनके भाड़े की बोलेरो को लोगों ने बंधक बना लिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझा कर शांत किया तथा बोलेरो को छुड़ाया.
बताते चलें कि पातेपुर में कार्यरत इंदिरा आवास पर्यवेक्षक रविभूषण की पांच दिन पूर्व सड़क दुर्घटना में हुई मौत को लेकर प्रखंड के इंदिरा आवास सहायक आंदोलनरत हैं. सहायकों का आरोप है कि बीडीओ की प्रताड़ना के कारण पर्यवेक्षक रवि भूषण अपसेट था. बताया जाता है कि रवि भूषण की मौत के बहाने कथित रूप से इंदिरा आवास सहायक बीडीओ पर दवाब बनाने की राजनीति कर रहे थे. पिछले कई दिनों से सहायकों के उपद्रव के भय से बीडीओ बीएन सिंह कार्यालय नहीं आ रहे हैं.
बीडीओ को सरेआम गाली देने पर भड़के लोग इंदिरा आवास सहायक समूह में पुतले के साथ प्रदर्शन करते हुए प्रखंड परिसर में पहुंचे. पुतला दहन से पूर्व सभा के दौरान बीडीओ को गाली देने लगे. इससे परिसर एवं बाहर खड़े लोग उग्र हो गये. लोगों के मना करने पर भी आवास सहायक नहीं माने. इसके बाद पुतला दहन कर रहे लोगों की भीड़ ने पिटाई शुरू कर दी. पूर्व पंसस सदस्य सरफराज उर्फ राब्बू, जदयू नेता अशरफी सिंह कुशवाहा, कृष्ण मोहन सिंह, बिंदेश्वर राय, ब्रह्मदेव राय आदि ने हस्तक्षेप कर उन लोगों को बचाया. मौके पर पहुंचे पातेपुर थानाध्यक्ष चंदन कुमार ने भी मामला शांत कराय.