छपरा (कोर्ट) : व्यवहार न्यायालय परिसर में आगामी तीन दिसंबर को प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की मूर्ति का अनावरण उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा किया जायेगा. उक्त अवसर पर न्यायपालिका एवं कार्यपालिका के अन्य पदाधिकारी के साथ ही जनप्रतिनिधि एवं अधिवक्ता मौजूद रहें.
उक्त जानकारी विधि मंडल के महामंत्री रविरंजन प्रसाद सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान दी. महामंत्री ने बताया कि उन्होंने उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को मूर्ति अनावरण के लिए आमंत्रित किया था, जिसे उन्होंने स्वीकार करते हुए दूरभाष पर समारोह में आने की पुष्टि की है. फिर भी किसी कारणवश वे नहीं आये, तो प्रतिनिधि के रूप में किसी-न-किसी न्यायाधीश को अवश्य भेजेंगे. महामंत्री ने कहा कि छपरा न्यायालय बिहार का सबसे पुराना न्यायालय है,
जहां डॉ राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता के रूप में आते रहते थे. छात्र के रूप में स्थानीय जिला स्कूल में अध्ययन के उपरांत अधिवक्ता के रूप में उनकी सेवा इस जिले को मिली है. मूर्ति अनावरण के साथ ही अधिवक्ताओं के बैठने के लिए बने शेड का भी उसी दिन उद्घाटन किया जायेगा.
महामंत्री श्री सिंह ने बताया कि मूर्ति अनावरण के लिए तीन दिसंबर की तिथि इस लिए रखी गयी है कि उक्त तिथि को देश के सभी अधिवक्ता राजेंद्र जयंती के साथ ही अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाते हैं. उन्होंने बताया कि मूर्ति के साथ ही उसे रखे जाने वाले प्लेटफॉर्म का निर्माण अधिवक्ता जय प्रकाश गुप्ता के सौजन्य से किया गया है. प्रेस वार्ता में विधि मंडल के अध्यक्ष श्री राम सिंह तथा उपाध्यक्ष सियाराम सिंह भी उपस्थित थे.