Advertisement
अनुमंडल अस्पताल महुआ खुद हुआ बीमार, मरीज है परेशान
महुआ : प्रशासनिक उपेक्षा के कारण आये दिन अनुमंडल अस्पताल में कुव्यवस्था बढ़ती जा रही है. इस कारण इलाज कराने आये मरीजों को काफी परेशनी उठानी पड़ रही है. प्रसव हो या इमरजेंसी या फिर जेनरल सेवा. सभी को बाहर से दवा खरीद कर लानी पड़ती है. प्रसव के नाम पर पैसा लिया जाता है. […]
महुआ : प्रशासनिक उपेक्षा के कारण आये दिन अनुमंडल अस्पताल में कुव्यवस्था बढ़ती जा रही है. इस कारण इलाज कराने आये मरीजों को काफी परेशनी उठानी पड़ रही है. प्रसव हो या इमरजेंसी या फिर जेनरल सेवा. सभी को बाहर से दवा खरीद कर लानी पड़ती है. प्रसव के नाम पर पैसा लिया जाता है.
फिर भी अस्पताल उपाधीक्षक इसकी सुध तक नहीं लेते. इतना ही नहीं बिजली कटने के बाद एक मोमबत्ती तक नहीं चलायी जाती, जिससे रात्रि में अस्पताल परिसर भूत बंगले में तब्दील हो जाता है. कई -कई बार शिकायत किये जाने के बावजूद भी अस्पताल प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता. वहीं कई प्रकार की दवा उपलब्ध नहीं होने से लोगों को बाहर से दवा खरीदना पड़ती है.
एसयूआइसी के जिला सचिव ललित कुमार घोष, पूर्व जिला पार्षद विश्वनाथ विप्लवी, छात्र लोजपा अध्यक्ष मनीष कुमार यादव, देवेंद्र प्रसाद यादव के साथ अन्य ने बताया कि नीचे से लेकर ऊपर तक के पदाधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं.
इस संबंध में उपाधीक्षक डॉ. जय शंकर प्रसाद ने बताया कि पैसा मांगने का आरोप निराधार है. क्योंकि अगर कोई कर्मी किसी से पैसा मांगते हैं तो इसकी शिकायत उन्हें नहीं मिलती. अगर ऐसा होगा, तो उचित कार्रवाई की जायेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement