छातापुर : थाना अंतर्गत राजेश्वरी ओपी क्षेत्र स्थित बैरिया में ग्रामीण चिकित्सक की लापरवाही के कारण एक महिला की जान चली गयी. ग्रामीण चिकित्सक द्वारा गलत दवा व इंजेक्शन देकर उपचार करने के बाद गंभीर हो चुकी महिला को आनन-फानन में कोरियापट्टी अस्पताल ले जाया गया, जहां महिला की लगातार बिगड़ रही स्थिति को देखकर उसे सुपौल ले गये. इसके उपरांत चिकित्सक की सलाह पर सुपौल से सहरसा ले जाने के दौरान महिला की मौत हो गयी.
घटना के बाद से आरोपित ग्रामीण चिकित्सक गांव से फरार हो गये हैं. इधर, पुलिस को सूचना दिये बगैर ही आनन-फानन में शव का दाह संस्कार कर दिया गया. ओपी पुलिस ने बताया कि मामले की जानकारी मिली थी, लेकिन किसी भी पक्ष से अबतक कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराया गया है. जानकारी के अनुसार राजेश्वरी पश्चिम वार्ड नंबर दो निवासी ललित मंडल पिता बौकु मंडल की पत्नी रूना देवी (30) लिकोरिया से पीड़ित थी. इस कारण उनकी तबीयत खराब थी.
उपचार के लिए ग्रामीण चिकित्सक को बुलाया गया. मधेपुरा के सोहगर निवासी ग्रामीण चिकित्सक महिला के घर पहुंचे और गलत दवा व इंजेक्शन देकर उपचार करने लगा. मृतका की बहन पूजा देवी व भाई उपेंद्र मंडल ने बताया कि उनकी बहन को कोरियापट्टी अस्पताल में भरती कर ग्रामीण चिकित्सक फरार हो गये हैं. कोरियापट्टी से उसे सुपौल स्थित निजी अस्पताल में भरती कराया गया. जहां मौजूद चिकित्सक ने ग्रामीण चिकित्सक की लापरवाही से उनकी बहन का दोनों किडनी खराब हो जाने की बात कही. डाक्टर ने कहा कि बीमारी के अनुरूप दवा नहीं देकर उसका गलत उपचार किया गया. हालांकि मरीज उपचार के लिए सहरसा ले जाया जा रहा था, लेकिन महिला ने रास्ते में ही मौत हो गयी. महिला की स्थिति बिगड़ने के बाद से ही ग्रामीण चिकित्सक फरार हो गया है. घटना के बाबत ओपी प्रभारी विमल कुमार मंडल ने बताया कि मामले को लेकर किसी भी पक्ष के द्वारा लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराया गया है. शिकायत प्राप्त होने पर कार्रवाई की जायेगी.