सुपौल : दर प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय कर्णपुर परिसर में गांधी जयंती के मौके पर कर्णपुर पंचायत प्रतिनिधियों की एक आम सभा संपन्न हुई. पंचायत की मुखिया बीबी सलमा खातुन की अध्यक्षता में आयोजित सभा का शुभारंभ सदस्यों, बुद्धिजीवियों व गणमान्य लोगों ने राष्ट्रपिता की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया.
सभा को संबोधित करते हुए मुखिया पति मो तजमुल हुसैन ने कहा कि गांधी जी ने देश को आजादी दिलायी थी. उनकी जयंती एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है जो राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देने के लिये हर वर्ष मनाया जाता है.
अधिवक्ता वीरेंद्र झा उर्फ बच्चन ने कहा कि महात्मा गांधी ब्रिटिश शासन से आजादी प्राप्ति में भारतीय लोगों की मदद के लिये वर्ष 1920 में असहयोग आंदोलन, 1930 में दांडी मार्च या नमक सत्याग्रह और 1942 में भारत छोड़ो आदि आंदोलन चलाये गये. अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिये उनका भारत छोड़ो आंदोलन एक आदेश स्वरूप था.
कर्णपुर से हुआ था नमक आंदोलन सत्याग्रह: अधिवक्ता प्रदीप कुमार झा बबलू ने कहा कि इस दिवस को गांधी जयंती के अतिरिक्त पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी इसे मनाया जाता है. 15 जून 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में गांधी जयंती को घोषित किया गया.
मोहनदास करमचन्द गांधी के जन्म दिवस को याद करने के लिये पूरे देश में गांधी जयंती को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता हैं उनके भारतीय स्वतंत्रता के लिये किये गये अहिंसा आंदोलन से आज भी देश के राजनीतिक नेताओं के साथ-साथ देशी तथा विदेशी युवा नेता भी प्रभावित होते है. अधिवक्ता बबलू ने कहा कि गांधी जी के नमक आंदोलन का एक स्थल कर्णपुर को भी माना जाता रहा है. यह स्थल आज भी जीवंत है.
सभा को संबोधित करते गोविंद पाठक ने कहा कि पूरे विश्व में बापू के दर्शन, अहिंसा में भरोसा, सिद्धांत आदि को फैलाने के लिये अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में गांधी जयंती को मनाने का लक्ष्य है. विश्वभर में लोगों की जागरूकता बढ़ाने के लिये उचित क्रियाकलापों पर आधारित विषय-वस्तु के द्वारा इसे मनाया जाता हैं.
मंटू पाठक ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता में उनके योगदानों और महात्मा गांधी के यादगार जीवन को समाहित करता है गांधी जयंती. गफ्फार अंसारी ने कहा कि इन्होंने स्वराज्य प्राप्ति, समाज से अस्पृश्यता को हटाने, दूसरी सामाजिक बुराईयों को मिटाने, किसानों के आर्थिक स्थिति को सुधारने में, महिला सशक्तिकरण आदि के लिये बहुत ही महान कार्य किये है.
सभा में कई योजनाओं पर हुआ विचार-विमर्श: मौके पर जनप्रतिनिधियों ने पंचायत अंतर्गत आंगनबाड़ी भवन निर्माण, पौध रोपन, टोले मुहल्ले में सड़क निर्माण कार्य, खेल मैदान, विद्यालय परिसर का समतलीकरण, सिंचाई के लिए नाला निर्माण, खेत पोखरी, वर्मी कंपोस्ट सहित अन्य योजनाओं की जानकारी लोगों को दी.
साथ ही उक्त कार्य कराये जाने को लेकर सुझाव भी मांगा. जनप्रतिनिधियों ने बताया कि सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र को सशक्त बनाये जाने को लेकर कई योजनाएं संचालित है. उक्त सभी योजना का लाभ से लोगों को पंचायत सरकार द्वारा लाभान्वित किया जायेगा. मौके पर सैंकड़ों लोग उपस्थित हुए.