त्रिवेणीगंज : विभाग द्वारा लाख कवायद के बावजूद प्रखंड क्षेत्र मे संचालित स्कूलों की हालत दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है़ विदित हो कि प्रखंड क्षेत्र में कुल 274 प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय संचालित है़ लेकिन अधिकांश विद्यालयों में चल रहे मध्याह्न भोजन सहित अन्य योजनाओं में लूट मची है़ विद्यालय के निरीक्षण एवं अनुश्रवण के नाम पर शिक्षा विभाग में अधिकारियों व पदाधिकारियों की लम्बी-चौड़ी फौज कार्यरत हैं.
लेकिन शायद ही कोई पदाधिकारी नियमित निरीक्षण करते है़ जबकि मुख्यालय स्थित सरकारी स्कूलों की स्थिति काफी बदतर है़ त्रिवेणीगंज में स्थायी बीइओ पदस्थापित नहीं रहने से राघोपुर प्रखंड के बीईओ को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है़ विद्यालयी व्यवस्था सुदृढ नहीं रहने के कारण अभिभावकों में असंतोष का माहौल पनप रहा है. अनुमंडल मुख्यालय से सटे मध्य विद्यालय लतौना के ग्रामीणों ने बताया कि यह विद्यालय अधिकांश समय बंद रहता है. साथ ही विद्यालय प्रबंधन द्वारा मीनू अनुरुप बच्चों को एमडीएम का लाभ नहीं दिया जा रहा है. मालूम हो कि उक्त विद्यालय के तीन शिक्षक व शिक्षिका कार्यरत हैं. वहीं इस विद्यालय में एक नव सृजित स्कूल भी संचालित है. इस बाबत विद्यालय में उपस्थित शिक्षको ने बताया कि माध्याह्न भोजन पिछले माह से बंद होने के कारण बच्चों की उपस्थिति में कमी देखी जा रही है.
विद्यालय में कुल नामांकित 461 बच्चों में महज 9 आये थे जो चले गये़ एमडीएम संचालन के बाबत जब मध्याह्न भोजन योजना के बीआरपी से बात की गयी तो उन्होनें बताया कि चावल नही रहने के कारण माध्याह्न भोजन बंद है़ जबकि विद्यालय में साढ़े नौ बोरी चावल सहित स्टील ट्रंक मे भी चावल मौजूद था़ छात्रोपस्थिति पंजी पर किसी भी छात्र की हाजिरी नही बनी थी़ लेकिन जब भी आरएस पर जांच की गई तो बेवसाईट पर 15 मार्च से भोजन बंद दिखाया गया है़
इससे पूर्व 14 मार्च को 299,11 मार्च को 296 तथा 12 मार्च को 280 विद्यार्थियों का भोजन चलने का रिर्पोट दिया गया है़ वहीं नवसृजित प्राथमिक विद्यालय वार्ड नं.-01 में पदस्थापित दो शिक्षक उपस्थित थे़ 20 से 25 बच्चों को चावल एवं आलु बदाम युक्त छोला परोसा गया था़ विद्यालय में कुल नामांकित बच्चों की संख्या 115 हैं.