छातापुर : मुख्यालय स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में उपभोक्ताओं के लिए रुपये जमा करना व निकालना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. हजारों उपभोक्ताओं का खाता संचालन करने वाले इस शाखा में प्रतिदिन सैकड़ों उपभोक्ता रुपये जमा करने व निकालने के लिए पहुंचते हैं. इन उपभोक्ताओं में महिलाओं की संख्या अधिक रहती है.
इन्हें अपनी आवश्यकता की पूर्ति के लिए कतारबद्ध हो कर जमा-निकासी करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इसकी मुख्य वजह शाखा में काउंटर का अभाव बताया जाता है. उपभोक्ताओं के मुताबिक खाताधारियों की संख्या के अनुपात में यहां पर्याप्त संख्या में काउंटर नहीं खोला जाना लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.
इस स्थिति में घंटों कतार में खड़ा रह कर जमा-निकासी के लिए मशक्कत करना उपभोक्ताओं की नियति बन गयी है. उन्हें पता है कि यदि भुगतान लेना है, तो कतार में आगे रहने के लिए बैंक खुलने से पहले ही शाखा में पहुंचना होगा.अन्यथा आवश्यक काम के लिए भी निकासी नहीं हो पाने की स्थिति में उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ेगा.
80 हजार हैं खाताधारी उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए भले ही बैंक प्रबंधन द्वारा इस शाखा को नया भवन तो उपलब्ध करा दिया लेकिन ग्राहकों की संख्या के अनुपात में कर्मी व संसाधन की कमी को पूरा नहीं किया गया. इस कारण भुगतान के लिए दो तथा जमा करने के लिए एक काउंटर की व्यवस्था है.
इन काउंटरों पर तैनात कर्मियों को राशि जमा व भुगतान करने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है. दो माह से प्रबंधक का पद है रिक्तदो माह पूर्व शाखा प्रबंधक के तबादले के बाद नये शाखा प्रबंधक की नियुक्ति नहीं हो पायी है. नतीजतन फिल्ड ऑफिसर के कंधे पर ही प्रबंधन की जिम्मेवारी है.
प्रबंधन के मुताबिक इस शाखा में विभिन्न स्तर के लगभग 80 हजार खाताें का संचालन हो रहा है. इस अनुपात में कर्मियों की भारी कमी है. उपलब्ध संसाधन व कर्मियों के बदौलत ही शाखा का संचालन किया जा रहा है. शाखा में व्याप्त कमी व परेशानी के बाबत वरीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है.