प्रतिनिधि : सुपौल विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था व संवेदक की मनमानी के कारण जिलावासी दुर्घटना की आशंका से सशंकित हैं. जिला मुख्यालय स्थित गजना चौक पर बुधवार को हाइ-टेंशन तार की चपेट में आ कर जख्मी हुए युवक का उपचार अभी भी पीएमसीएच में जारी है. जहां वह जीवन और मौत के बीच संघर्ष […]
प्रतिनिधि : सुपौल विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था व संवेदक की मनमानी के कारण जिलावासी दुर्घटना की आशंका से सशंकित हैं.
जिला मुख्यालय स्थित गजना चौक पर बुधवार को हाइ-टेंशन तार की चपेट में आ कर जख्मी हुए युवक का उपचार अभी भी पीएमसीएच में जारी है. जहां वह जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है,
लेकिन जर्जर विद्युत तार की वजह से लगातार घटित हो रही घटनाओं के बावजूद विद्युत विभाग के अधिकारी इन घटनाओं से सीख नहीं ले रहे हैं.
विभागीय अधिकारी जहां केबल लगाने का कार्य जारी रहने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं, वहीं इस कार्य के लिए अधिकृत गोदरेज कंपनी की मनमानी के कारण कार्य की गति काफी धीमी है. मालूम हो कि शहर के किसी भी वार्ड में अब तक कार्य पूरा नहीं किया गया है.
दूसरों के भरोसे चल रहा है काम: जानकारी के अनुसार बिजली चोरी को रोकने तथा नंगे व जर्जर तार की चपेट से लोगों को बचाने के उद्देश्य से पूरे शहर में केबल लगाने का कार्य प्रारंभ किया गया. इस कार्य की जवाबदेही गोदरेज कंपनी को दी गयी,
लेकिन कंपनी द्वारा शहर के प्रत्येक मोहल्ले में पेटी कांट्रेक्टर को कमीशन के आधार पर कार्य सौंप दिया गया. इन कांट्रेक्टरों के पास ना तो संसाधन उपलब्ध है और ना ही पर्याप्त संख्या में मजदूर. इस वजह से कार्य की गति काफी धीमी है.