राघोपुर (सुपौल): मंगलवार को अपहृत परमानंदपुर पंचायत के मुखिया मो युसूफ का शव गुरुवार को मधुबनी जिले के लोकही थाना क्षेत्र से बरामद किया गया. मुखिया के मौत की सूचना मिलते ही करजाइन बाजार सहित आसपास के क्षेत्रों में तनाव व्याप्त हो गया है. स्थिति पर नियंत्रण के लिए बड़ी संख्या में एसएसबी जवान व जिले के विभिन्न थाना की पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है. संपूर्ण करजाइन बाजार पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है.
वीरपुर डीएसपी डीएन पांडेय स्थिति पर खुद नजर रख रहे हैं. डीएसपी श्री पांडेय ने मुखिया के हत्या की पुष्टि की गयी है. जानकारी के अनुसार गुरुवार को दोपहर बाद मधुबनी जिले के लोकही थाना क्षेत्र अंतर्गत भवानीपुर गांव स्थित खड़ग नदी में अज्ञात शव के होने की सूचना मिली. इसके बाद त्रिवेणीगंज डीएसपी चंद्रशेखर विद्यार्थी के नेतृत्व में करजाइन थानाध्यक्ष पीके झा व राघोपुर थानाध्यक्ष राजीव कुमार झा समेत पुलिस बलों को उक्त स्थल के लिए रवाना किया गया. पुलिस के साथ मुखिया के भाई मो मुजिबुर भी थे. डीएसपी श्री पांडेय ने बताया कि मुखिया के भाई ने शव की पहचान की है. बरामद शव का दोनों हाथ बंधा है.
शव को देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि मो युसूफ की गला रेत कर हत्या की गयी है. हत्या की जानकारी मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. परिजनों के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया है, जबकि आसपास के गांव व करजाइन बाजार में तनाव व्याप्त है. समाचार प्रेषण तक शव को सुपौल नहीं लाया जा सका था. मालूम हो कि प्रखंड के परमानंदपुर पंचायत के मुखिया मो युसूफ का मंगलवार की देर शाम अज्ञात अपराधियों द्वारा अपहरण कर लिया गया था. आक्रोशित लोगों ने देर रात करजाइन थाना का घेराव किया था, जबकि घटना के विरोध में बुधवार व गुरुवार को करजाइन बाजार स्वत: स्फूर्त बंद रहा. बुधवार अहले सुबह से ही ग्रामीणों ने एनएच 106 को जाम कर आवागमन अवरुद्ध कर दिया था. अपहृत मुखिया के भाई मुजिबुर रहमान के आवेदन पर पुलिस ने अपहरण प्राथमिकी दर्ज की थी.
अपहृत मुखिया के भाई मुजिबुर रहमान ने पुलिस को बताया था कि मंगलवार की देर शाम करीब 8:15 बजे मुखिया मो युसूफ अपनी बुलेट बाइक से करजाइन बाजार से वापस हरिचकला स्थित अपने घर जा रहे थे. गम्हरिया उप शाखा नहर के पास पूर्व से घात लगाये अपराधियों ने हथियार का भय दिखा कर उनका अपहरण कर लिया. अपहरणकर्ताओं द्वारा मुखिया को चार पहिया वाहन से कहीं अन्यत्र ले जाया गया. इस दौरान अपराधियों के साथ मो युसूफ की हाथापायी भी हुई.
मां और पिता की पथरायी आंखें पत्नी हो रही बार-बार बेहोश
अपहरण बाद हत्या की खबर से मुखिया मो युसूफ के परिजनों का बुरा हाल था. मुखिया की मां बीबी मरियम और पिता हाजी मो इद्रीश की बूढ़ी आंखें अपने बेटे की मौत की खबर सुन कर पथरा-सी गयी. मुखिया की पत्नी जरीना खातुन का रो-रो कर बुरा हाल है. वह बार-बार बेहोश हो जा रही थी. मुखिया के घर सगे-संबंधियों के पहुंचने का सिलसिला देर रात तक जारी था.