सुपौल. व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता राजकुमार सिंह को सदर थाना पुलिस द्वारा कोर्ट बैंड में गिरफ्तार किये जाने के विरोध में व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता मंगलवार को न्यायिक कार्य से अलग रहेंगे. सोमवार को व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित सभागार में जिला विधिज्ञ संघ सुपौल की आपातकालीन बैठक अध्यक्ष योगेश्वर प्रसाद मंडल की अध्यक्षता में हुई. जिसमें पुलिस के इस कृत्य की घोर निंदा करते हुए अधिवक्ताओं ने मंगलवार को न्यायिक कार्य से अलग रहने का निर्णय लिया.
बैठक को संबोधित करते हुए अधिवक्ताओं ने कहा कि सदर थाना की पुलिस द्वारा श्री सिंह को अपराधियों की तरह गिरफ्तार किया गया, जो प्रोटोकॉल का उल्लंघन है.अधिवक्ताओं ने दोषी पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि पुलिस ने गिरफ्तारी के समय निजी वाहन में असामाजिक तत्वों के साथ घेर कर अधिवक्ता श्री सिंह को अपराधी की तरह धक्का-मुक्की करते हुए वाहन से उतारने का प्रयास किया. मुख्य मार्ग को बदल कर सूचक के घर होते हुए उन्हें थाना ले जाया गया, जो पुलिस की कार्य प्रणाली पर प्रश्नचिह्न् लगाता है. अधिवक्ता राज कुमार सिंह को सदर पुलिस द्वारा शनिवार को न्यायालय परिसर के मुख्य द्वार से घर जाने के क्रम में गिरफ्तार किया गया था. उस समय श्री सिंह कोर्ट बैंड में थे.
इसी से नाराज अधिवक्ताओं ने यहनिर्णय लिया है. बैठक में जिला विधिज्ञ संघ के सचिव वीरेंद्र कुमार झा, नागेंद्र नारायण ठाकुर, सुधीर कुमार झा, संजय सिंह, शिव प्रसाद साह, हेम कांत झा, विनोद कुमार सिंह, देवानंद झा, सुधीर झा जूनियर, मो अयूब खान, दिव्याकर मंडल, पूनम, नीलम, बलराम ठाकुर, ललित झा, अरविंद कुमार दास, शिवेंद्र ठाकुर, कंचन सिंह, विपिन ठाकुर आदि थे.