सुपौल: दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी यूनियन के तत्वावधान में समाहरणालय के समक्ष कर्मियों का आमरण-अनशन मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. मौके पर अनशनकारियों ने जिला प्रशासन पर संवेदन हीनता का आरोप लगाया. कहा कि स्थायी नियुक्ति की मांग के समर्थन में पूर्व में भी कर्मियों द्वारा चरणबद्ध आंदोलन चलाया गया, लेकिन प्रशासन द्वारा झूठे वादे कर उनके साथ ना इंसाफी की गयी.
प्रशासन के रवैये से निराश होकर दैनिक वेतन भोगी कर्मियों ने सोमवार से आमरण -अनशन प्रारंभ किया है. लेकिन विडंबना है कि कोई भी सरकारी अधिकारी ने कर्मियों का अब तक सुधि लेने की कोशिश नहीं की, जो मजदूर कर्मियों के प्रति प्रशासनिक लापरवाही का परिचायक है. अनशन पर बैठे दाहू राम, राम प्रसाद मंडल, राम चंद्र खड़गा, सीता राम पासी व रामोतार मंडल की स्थिति समय के साथ बिगड़नी शुरू हो गयी है.
विष्णुदेव साह की अध्यक्षता में जारी धरना व अनशन को संबोधित करते एक्टू के जिलाध्यक्ष जितेंद्र चौधरी ने कहा कि जिला प्रशासन कर्मियों को बार-बार आश्वासन देकर उसके साथ विश्वासघात कर रही है. जिला सचिव अरविंद कुमार शर्मा ने भी दैनिक वेतन भोगी कर्मियों के साथ हो रही ना इंसाफी पर रोष व्यक्त करते प्रशासन से शीघ्र मांग पूरी करने का अनुरोध किया. संगठन के जिला सचिव सरोज कांत झा ने कहा कि प्रशासन के टालमटोल वाले रवैये के चलते कर्मी भुखमरी के शिकार हो रहे हैं. कहा कि मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर गजेंद्र ठाकुर, बंदे लाल पासवान, सत्य नारायण मुखिया, सत्येंद्र यादव, ब्रह्नादेव मालाकार, सीता राम मंडल, महाकांत पौद्दार, भूमि शर्मा, राधाकांत कामत, मो सैरूल, हृदय सादा, मो सहन आदि मौजूद थे.