सुपौल: मांगों के समर्थन में राज्य संघ के आह्वान पर जिले के किसान सलाहकारों का अनिश्चितकालीन हड़ताल गुरुवार को सातवें दिन भी जारी रहा. गुरुवार को किसान सलाहकारों ने स्थानीय गांधी मैदान से रैली निकाल कर अपने विरोध का इजहार किया. सलाहकारों ने महावीर चौक, स्टेशन चौक, लोहियानगर चौक आदि स्थानों का भ्रमण किया. सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते किसान सलाहकारों ने रैली के दौरान थाली पीट कर अपना विरोध जताया. रैली पुन: गांधी मैदान पहुंच कर समाप्त हुई. मौके संघ के जिलाध्यक्ष सचिन कुमार सिंह ने कहा कि मांग पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
कहा कि किसी भी खोखले वादे पर हड़ताल खत्म नहीं किया जायेगा. सरकार को कैबिनेट स्तर से निर्णय लेकर लिखित आश्वासन देना होगा. जिला सचिव पप्पू कुमार ने किसानों की खुशहाली के पीछे किसान सलाहकारों की भूमिका सबसे अहम होती है. बावजूद सरकार किसान सलाहकारों की जायज मांगों की अनदेखी कर रही है. जिला संयोजक रविशंकर ने कहा कि किसान सलाहकार कृषि विभाग का मेरुदंड है. राज्य सरकार किसानों हर थाली में बिहारी व्यंजन होने का सपना दिखा रही है.
लेकिन किसानों के विकास में सबसे अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले किसान सलाहकारों को दरकिनार करने का प्रयास चल रहा है. किसान सलाहकारों ने विभागीय कार्य के अलावे अन्य कार्यो में भी उनके उपयोग पर विरोध जताया. मौके पर उमाकांत कामत, विजय कुमार, फजुलुर रहमान, अशोक कुमार, उमेश कुमार, पवन कुमार, संजीव कुमार, विनोद कुमार मेहता, मो जफर आलम, उपेंद्र कामत, अरविंद, पवन, चंदन सिंह, रंजय, सुनील, मंजू देवी, शोभा देवी, प्रीति कुमारी, विमल, अमोद, राजेश, रमेश, आसिफ, नदीम, कृष्ण मोहन, अभय, प्रदीप, हिमांशु, सुशील, अंबुज, दिनेश राम, रामफल, दीनबंधु, राम प्रकाश, अशोक, धर्मेद्र, राजेंद्र, मिथिलेश, प्रवीण, रंजीत, सिकंदर, पंकज थे.