महिषी : वर्ष 2002 से अद्यतन सैकड़ों लाभुकों के नाम पीएचइडी के माध्यम से विभागीय अधिकारियों व प्रतिनियुक्त स्वयंसेवी संस्थाओं व अभिकर्ताओं के द्वारा फर्जी तरीके से लाभुकों को अनजान बनाकर लाखों की राशि के बंदरबांट पर उत्पन्न हुए सामाजिक विवाद व विरोध के बाद प्रशासनिक पहल तेज होने लगी है. आक्रोशित ग्रामीणों ने आम बैठक के बाद बीडीओ व थानाध्यक्ष को अल्टीमेटम देते प्रखंड कार्यालय की घेराबंदी व गोरहो में सड़क जाम के बाद एसडीपीओ प्रेमसागर के द्वारा जांच किए जाने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन मिला था.
बीडीओ डॉ. अमित कुमार ने बताया कि मामले की जांच के लिए प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी सुबोध कुमार सिन्हा को प्रतिनियुक्त कर जांच प्रतिवेदन समर्पित करने को अधिकृत किया गया है. सिन्हा ने जांच शुरू किये जाने से पूर्व पीएचइडी के कनीय अभियंता को शौचालय निर्माण से संबंधित सूची व भुगतान किये गये विपत्रों को उपलब्ध कराने को लेकर पत्र दिया है. इधर ग्रामीण लाभुकों के द्वारा अधिकृत 11 सदस्यीय सदस्यों के द्वारा सूची में नामांकित लाभुकों के घर शौचालय निर्माण की पुष्टि व भुगतान से संबंधित क्रियाविधियों की जानकारी लेते हस्ताक्षर अभियान चलाने में लगे हैं. जांच की पहल शुरू होने से आमजनों में हर्ष है.