वीरपुर : बिहार राज्य खाद्य निगम सुपौल इकाई की लापरवाही से लगभग 10 करोड़ का धान सड़ने के कगार पर है. बसंतपुर प्रखंड परिसर में खुले में रखा गया लगभग 60 हजार क्विंटल धान शुक्रवार की बारिश में पूरी तरह भींग गया. यहां रखा धान पशुओं का निवाला भी बन रहा है.
जमा धान पैक्स के माध्यम से खरीदा गया है. किसानों को धान के बदले 10 करोड़ 40 लाख का भुगतान किया जा चुका है. अब इस धान को जिला प्रबंधक, बिहार राज्य खाद्य निगम के माध्यम से मिलरों को भेजा जाना है. कई वर्षों से मिलरों को धान की आपूर्ति किये जाने के बाद चावल की अधिप्राप्ति नहीं हो पायी है. यह मामला अलग से चल भी रहा है. बसंतपुर में खुले में सड़ रहे धान के सवाल पर खाद्य निगम के जिला प्रबंधक सीता शरण ने बताया कि एजीएम जंगबहादुर द्वारा खुले में धान को स्टोर कर लापरवाही बरती गयी है. धान को मिलों तक दो दिनों के अंदर भेज दिया जायेगा.