सीवान : नगर पर्षद में सोलर लाइट समेत विभिन्न सामग्रियों की खरीद में गबन के आरोपितों पर गिरफ्तारी का अभियान एक बार भी निगरानी ने तेज कर दिया है. निगरानी की टीम नगर थाने के साथ मिल कर छापेमारी में जुटी है. निगरानी के डीएसपी मुन्ना प्रसाद गुरुवार को सीवान पहुंचे और
आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में जुट गयी. सबसे पहले निगरानी की टीम पूर्व चेयरमैन अनुराधा गुप्ता के अस्पताल रोड स्थित निवास पर छापेमारी करने पहुंची, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी. किंतु, वे वहां से निकल चुकी थी. निगरानी डीएसपी मुन्ना प्रसाद ने बताया कि अनुराधा गुप्ता अपने वार्ड से चुनाव लड़ रही हैं और उन्हें सूचना मिली थी कि वे सीवान में ही हैं और जनसंपर्क व चुनाव प्रचार में जुटी हैं.
यहां हुई छापेमारी के दौरान नगर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार व महिला थानाध्यक्ष अफशां परवीन भी शामिल रहीं. पूर्व में निगरानी द्वारा आरोपित पूर्व सभापति अनुराधा गुप्ता को दी गयी गिरफ्तारी पर रोक संबंधित आदेश की अवधि समाप्त हो जाने से उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गयी. सामग्री खरीद में 3.87 करोड़ रुपये गबन का मामला उजागर होने के बाद तेरह लोगों के खिलाफ निगरानी ने प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसमें नगर सभापति बबलू प्रसाद, तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी राजीव रंजन प्रकाश, तत्कालीन सभापति अनुराधा गुप्ता, उपसभापति कर्णजीत सिंह, वार्ड पार्षद अभिनव श्रीवास्तव, अब्दुल खारीद, सुनीता देवी, किरण देवी, अापूर्तिकर्ता प्रमोद कुमार, संदीप कुमार, वीरेंद्र कुमार चौबे, प्रो. हर्षवर्धन सिंह, रितेश अानंद व अज्ञात को आरोपित किया गया था. इधर, इनमें कई आरोपितों की निगरानी कोर्ट से अग्रिम जमानत की याचिका खारिज होने के बाद वे हाइकोर्ट के शरण में हैं. पूर्व चेयरमैन अनुराधा गुप्ता के यहां छापेमारी करने के बाद निगरानी टीम ने नगर सभापति बबलू चौहान, उपसभापति कर्णजीत सिंह, अभिनव श्रीवास्तव के यहां छापेमारी की. देर रात तक टीम आरोपितों के यहां छापेमारी में जुटी रही.