सीवान : सदर अस्पताल में करीब 18 सितंबर से बंद अल्ट्रासाउंड की खबर प्रभात खबर में प्रमुखता से छपने के बाद अस्पताल प्रशासन की नींद खुल गयी है. अस्पताल प्रशासन इस प्रयास में है कि जल्द-से-जल्द पुन: सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सेवा बहाल की जाये. शुक्रवार को एजेंसी ने लाइसेंस नवीकरण के लिए आवश्यक कागजात व निर्धारित शुल्क विभाग में जमा कर दिये. उम्मीद है कि शनिवार या सोमवार को पीएनडीटी एक्ट कमेटी की बैठक बुलायी जायेगी. इसमें समिति की अनुशंसा पर लाइसेंस का नवीकरण कर दिया जायेगा. बुद्धिजीवियों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग ने जिस एजेंसी को अल्ट्रासाउंड चलाने के लिए दिया है, वह एजेंसी तो अल्ट्रासाउंड का लाइसेंस फेल होने के प्रति जिम्मेवार है ही, अस्पताल प्रशासन भी लाइसेंस का नवीकरण नहीं होने के प्रति कुछ-न-कुछ जिम्मेवार है.
विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि लाइसेंस नवीकरण तिथि के करीब एक माह पहले नवीकरण की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. सदर अस्पताल तो नहीं, लेकिन सीएस कार्यालय को इस बात की जानकारी थी कि सदर अस्पताल के अल्ट्रासाउंड का लाइसेंस फेल होनेवाला है. लेकिन प्राइवेट अल्ट्रासाउंड के संचालकों की नजर से ही सदर अस्पताल के अल्ट्रा साउंड सेंटर को देखा गया. इस बात का अंदाजा नहीं लगाया गया था कि उनकी एक भूल कई मरीजों को परेशानी में डाल देगी. सदर अस्पताल में प्रतिदिन करीब 50 से 60 गरीब प्रसूताओं व अन्य मरीजों का अल्ट्रासाउंड होता था.