सीवान : पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाण के लिए अब न तो जांच प्रक्रिया से गुजरनी होगी और न ही बैंकों एवं कार्यालयों के चक्कर लगाने होंगे. एसबीआइ जल्द ही जीवन प्रमाण योजना को धरातल पर उतारने जा रही है. इससे पेंशनभोगियों को पेंशन प्राप्त करने के लिए बैंकों में भटकना नहीं पड़ेगा. वे घर बैठे […]
सीवान : पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाण के लिए अब न तो जांच प्रक्रिया से गुजरनी होगी और न ही बैंकों एवं कार्यालयों के चक्कर लगाने होंगे. एसबीआइ जल्द ही जीवन प्रमाण योजना को धरातल पर उतारने जा रही है. इससे पेंशनभोगियों को पेंशन प्राप्त करने के लिए बैंकों में भटकना नहीं पड़ेगा.
वे घर बैठे मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर आदि से डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बैंक को उपलब्ध करा सकते हैं. फिलहाल इस कार्य के लिए हर साल नवंबर में पेंशनरों को बैंकों में जाकर अपना जीवन प्रमाण देना पड़ता है. जिले में पहली बार यह योजना शुरू होनेवाली है. अब तक राजधानी में ही इस योजना का लाभ पेंशनभोगी उठा रहे थे.
बैंक के वरीय प्रबंधक ने कहा कि इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसका उद्देश्य सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों के लिए समुचित प्रक्रिया को आसान बनाना है. इसमें पेंशनभोगियों के बायोमीटरिक प्रमाणीकरण के लिए आधार नंबर का प्रयोग किया जाता है.
अब 30 जून तक आधार नंबर कर सकेंगे जमा : शाखा से जुड़े पेंशनभोगियों को 10 जून तक ही आधार नंबर देना था. मुख्य प्रबंधक ने कहा कि 30 जून तक पेंशनरों को आधार नंबर शाखा को उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है. उन्होंने बताया कि 75 प्रतिशत खातों से आधार को जोड़ने के बाद डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट पर काम शुरू हो जायेगा. इसी वजह से पिछले दिनों बैंक परिसर में पेंशनरों के आधार कार्ड नंबर जमा करने के लिए शिविर लगाये गये थे.
आधार नंबर नहीं देने पर सुविधा से होंगे वंचित : डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट के लिए ग्राहक का आधार नंबर आवश्यक है. इसी नंबर को बैंक पेंशनर के खाते से जोड़ देगा. बैंक की मानें, तो इसी आधार पर पेंशनभोगी अपने मोबाइल पर भी जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड कर सकते हैं. लेकिन, समस्या यह है कि शाखा से जुड़े तकरीबन 50 प्रतिशत पेंशनभोगियों ने अब तक आधार कार्ड नंबर बैंक को उपलब्ध नहीं कराया है. आधार नंबर नहीं देने पर पेंशनर इस सुविधा से वंचित रह जायेंगे.