महाराजगंज : अक्षय तृतीया नौ मई को पड़ा है. ज्योतिषी धनंजय दुबे के अनुसार, इस बार अक्षय तृतीया को 46 वर्ष बाद चार दुर्लभ संयोग बन रहे हैं. उसी दिन बुध का पारगमन हो रहा है. अलावे इसके तीन योग भी बनने जा रहे हैं. 1970 को भी नौ मई को भी इसी तरह की स्थिति बनी थी. इस बार बुध का परागमन बृषभ राशि में होगा. इस राशि के जातकों के लिए अति फलदायी होगा. अक्षय तृतीया के दिन दान, पूजा, जप, तर्पण आदि करने से अच्छे फल की प्राप्ति होगी.
ज्योतिष शिरोमणि ने बताया कि वेद शास्त्र के अनुसार इसी दिन भगवान परशुराम का अवतार हुआ था. इसी दिन से त्रेता युग का प्रारंभ भी माना जाता है. ज्योतिष श्री दुबे ने कहा अक्षय तृतीया के दिन मेष राशि में सूर्य के साथ बुध व शुक्र की भी युक्ति बनेगी. इस दिन सूर्य उदय से प्रारंभ होकर अगले दिन 10 मई को सुबह चार बज कर 13 मिनट तक रहेगा. इसके प्रभाव से चंडाल योग स राहत मिलेगी. वक्रीय चाल में चलने वाले गुरु भी सीधी चाल में होंगे.