दरौली : सरयू नदी का जल स्तर कम होने के बाद भी प्रखंड के कई गांवों की सैकड़ों एकड़ फसल जल मग्न हो गयी है. इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है.
ग्रामीण ठेकेदार पर आरोप लगा रहे है कि जेइ की मिली भगत से नदी का पानी कम होने के बाद भी स्लुइस गेट बंद करवा दिया गया है, जिससे मैरवा से होकर आने वाली नहर का पानी ओवरफ्लो कर बह रहा है. इधर दो दिनों से हो रही है बरसात के चलते नहर का पानी गांव की तरफ बढ़ने लगा है, जिससे किसान चिंतित हैं.
बता दें कि सरयू नदी का जल स्तर कम हो गया है. प्रखंड से होकर तटबंध होते हुए दुबा की ओर जाने वाली सड़क पर स्लुइस गेट का निर्माण कराया, जिससे मैरवा से होकर आने वाली नहर व बरसात के बाद जमा पानी निचले रास्ते से होते हुए नदी में गिर सके. वर्तमान में स्लुइस गेट की एक तरफ नदी का पानी काफी कम है. वहीं दूसरी तरफ पानी स्लुइस गेट के काफी करीब पहुंच गया है.
इससे प्रखंड के अलावा दुबा, अगसड़ा आदि गांवों की सैकड़ों एकड़ धान की फसल पूरी तरह से जलमग्न हो गयी है. इधर लगातार दो दिनों से हो रही बरसात के चलते पानी में और वृद्धि हुई है और वह गांव की तरफ बढ़ने लगा है. क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदार ने मछली मारने के लिए पानी को जमा कर रखा है. अगर गेट को खोल दिया जाये, तो पानी नदी में गिर जायेगा, जिससे फसल को भी नुकसान नहीं होगा. इस संबंध में सीओ रामेश्वर सिंह से पूछने पर उन्होंने कहा कि जेइ के आदेश के चलते स्लुइस गेट बंद है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार व जेइ की मिलीभगत से गेट को बंद रखा गया है.