* प्रधानाचार्य पर लगाया दबाव देकर मध्याह्न् भोजन खिलाने का आरोप
लकड़ीनबीगंज : प्रखंड के बाला विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे उस समय आक्रोशित हो गये, जब प्रधानाध्यापक उन पर जबरदस्ती एमडीएम खाने का दबाव बनाने लगे. इसी बीच इसकी जानकारी बच्चों के परिजनों को भी हो गयी. वह भी विद्यालय पहुंच गये और जम कर विद्यालय प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की.
अभिभावकों का आरोप था कि एचएम जबरदस्ती बच्चों से एमडीएम खाने के लिए कह रहे थे. वहीं एमडीएम नहीं खाने वाले बच्चों का नाम लिस्ट में दर्ज कर रहे थे. अभिभावकों ने कहा कि विद्यालय में बच्चों को पढ़ाने के लिए कोई संसाधन उपलब्ध नहीं है. अभिभावकों ने वरीय अधिकारियों से शिकायत कर प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है.
बता दें कि प्रखंड के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बाला में करीब 488 बच्चे पढ़ते हैं. इधर मशरक की घटना के बाद अधिकतर बच्चे एमडीएम खाने से परहेज कर रहे हैं. शुक्रवार को विद्यालय के एचएम सुदामा राय ने बच्चों से एमडीएम खाने के लिए कहा. इस पर सभी बच्चों ने इनकार दिया. यह देख एचएम आक्रोशित हो गये और उन पर खाने के लिए दबाव बनाने लगे.
इसी बीच किसी ने इसकी सूचना अभिभावकों को दे दी. मौके पर पहुंचे अभिभावक व बच्चों ने विद्यालय प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की. उनका आरोप था कि करीब 500 बच्चों को तीन कमरों में भेड़–बकरियों की तरह ठूंस कर पढ़ाया जाता है. यही नहीं शिक्षकों के आने का कोई समय निर्धारित नहीं है. संसाधन के नाम पर विद्यालय में कुछ नहीं है. वहीं प्रधानाध्यापक एमडीएम नहीं खाने वाले बच्चों का भी नाम रजिस्टर में दर्ज कर रहे हैं.
मौके पर पहुंचे लोगों ने बच्चों व अभिभावकों को समझा–बुझा कर शांत कराया. परिजनों ने इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों से करने की चेतावनी दी है. हंगामा करनेवालों में महावीर कुमार, अरविंद कुमार, निर्मल कुमर, विजू कुमार, विकास, मनीषा कुमारी, अंशु कुमारी, निधि कुमारी, रीतू कुमारी, नेहा, प्रमोद, उमाशंकर, रंगीला साहा, मगरु राम,, देवनाथ मांझी, धर्मनाथ साह, लालबाबू शर्मा, नंद किशोर शर्मा आदि शामिल थे.
* अभिभावकों का आरोप एमडीएम नहीं खाने वाले बच्चों की बन रही सूची
* विद्यालय में समय से नहीं आते शिक्षक, संसाधनों का विद्यालय में है टोटा
* तीन कमरों में भेड़–बकरियों की ठूंस कर पढ़ाये जाते हैं 488 बच्चे