वीरपुर : कोशी आयुक्त असनगबा चुवा आओ ने कौशिकी भवन में बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर सुपौल, सहरसा व मधेपुरा के अधिकारियों एवं कोशी के अभियंताओं के साथ सोमवार को एक समीक्षा बैठक की. न्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन किसी एक विभाग की जिम्मेवारी नहीं है. इसमें सभी विभाग को अपना महत्त्वपूर्ण सहयोग देना है. किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि सभी इसको गंभीरता से ले और अपनी जिम्मेदारी निभायें.
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बाढ़ से निबटने में कोताही बरतने वाले अधिकारियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
वीरपुर : कोशी आयुक्त असनगबा चुवा आओ ने कौशिकी भवन में बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर सुपौल, सहरसा व मधेपुरा के अधिकारियों एवं कोशी के अभियंताओं के साथ सोमवार को एक समीक्षा बैठक की. न्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन किसी एक विभाग की जिम्मेवारी नहीं है. इसमें सभी विभाग को अपना महत्त्वपूर्ण सहयोग देना है. […]
बाढ अवधि में सभी कर्मी व अधिकारियों की छुट्टी होगी रद्द
पशुपालन विभाग की ओर से द्वारा दवा एवं चारा की उपलब्ध रहने की जानकारी दी गयी. मुख्य अभियंता प्रकाश दास ने जानकारी दिया कि 72 किलोमीटर का तटबंध का प्रभाग सुपौल जिले में पड़ता है. सभी महवपूर्ण जगहों पर 10 हजार बैग भर कर तैयार रखा गया है. ताकि जरूरत पर कोई परेशानी नहीं हो.
उन्होंने बताया कि 78.30 किलोमीटर पर कार्य चल रहा है. सभी महत्वपूर्ण जगह पर पानी का दबाव कम करने के लिये परकोपाइन लगाये गये हैं. जगह-जगह झोपड़ी बनाये गये हैं. जेई एवं एसडीओ को मुस्तैद किया गया है. होमगार्ड के जवान तैनात किये गए हैं. बाढ़ अवधि में 15 जून से 15 अक्टूबर तक छुट्टी कैंसिल कर दी गयी है
. जिन्हें अत्यावश्यक होगा उसे मुख्यालय की अनुमति मिलने पर ही छुट्टी मिलेगी. एक मोबाइल एंबुलेंस भी रखा गया है. जिसमें जेनरेटर एवं मजदूर ट्रैक्टर के साथ उपलब्ध रहेंगे, जो जरूरत पर कहीं भी दिन-रात उपलब्ध रहेंगे. आयुक्त ने अभियंता को डिस्चार्ज पर निगरानी रखने, कार्य को गंभीरता से लेने, किसी भी परेशानी में प्रशासनिक सहयोग लेने, चेनल बदलने के संबंध में जानकारी लेने, सेटेलाइट से हर प्रकार की जानकारी लेने, हर विभाग से कॉर्डिनेशन बनाये रखने, किसी परेशानी की स्थिति में सूचित करने की बात कही.
इस मौके पर डीएम महेंद्र कुमार, वीरपुर एसडीएम सुभाष कुमार, कार्यालक अभियंता विजय सिंह, इंद्रजीत सिंह, वीरपुर डीएसपी रामानंद कौशल, बसंतपुर बीडीओ देवनानद कुमार सिंह, सीओ विद्यानंद सिंह सहित सुपौल, सहरसा एवं मधेपुरा के पदाधिकारी एवं अभियंता मौजूद थे.
98 व 16 प्वाइंट अति संवेदनशील
बैठक में कोसी के मुख्य अभियंता प्रकाश दास ने जानकारी देते हुए आयुक्त को बताया कि कोशी तटबंध के 98 प्वाइंट को संवेदनशील एवं 16 प्वाइंट को अति संवेदनशी के रूप में चिन्हित किया गया है. बाढ़ को ध्यान में रखते हुए 242 बड़े नाव एवं 46 छोटे नाव, 1590 टेंट, 02 महाजाल, 245 लाइफ जैकेट, 17 जीपी रुट, 10 मोटर बोट, 39 गोताखोर, 103 बाढ़ आश्रय स्थल, 59 उच्च स्थान, 04 सेटेलाइट फोन, 10 हजार पॉलीथिन सीट एवं लाइट तथा जरूरत मुताबिक खाने के पैकेट की व्यवस्था की गई है. चीफ इंजीनियर ने जानकारी दिया कि 10 वायरलेस सेट लगाए गए हैं, जो 24 घंटे मुख्यालय में स्थापित फ्लड कंट्रोल से जुड़े रहेंगे.
आयुक्त ने इसका कनेक्शन पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों से भी जोड़ने का निर्देश दिया. बैठक में आयुक्त द्वारा दवा के संबंध में सिविल सर्जन सहरसा डॉ ललन सिंह से जानकारी मांगी. जिस पर सीएस ने बताया कि डीडीटी पाउडर व अन्य दवा उपलब्ध है. पीएचईडी विभाग द्वारा जानकारी दी गयी कि पीने के लिये शुद्ध पानी की व्यवस्था की गई है. बाढ़ आश्रय स्थल पर 34 चापाकल लगाया गया है. 84 चापाकल उपल्बध है. ब्लीचिंग पाउडर एवं पानी टेंकर की भी व्यवस्था की गई है.
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