सीवान : प्रदेश के गर्म शहरों में शनिवार को सीवान छठे स्थान पर रहा. अधिकतम तापमान में कमी आयी है, लेकिन बादल छाये रहने से उमस अधिक रही. सुबह से रात तक लोगों को राहत नहीं मिली. इससे लोग बेचैन नजर आये. सीवान में पांच-छह दिनों से उमस बढ़ी हुई है. शनिवार को भी सुबह […]
सीवान : प्रदेश के गर्म शहरों में शनिवार को सीवान छठे स्थान पर रहा. अधिकतम तापमान में कमी आयी है, लेकिन बादल छाये रहने से उमस अधिक रही. सुबह से रात तक लोगों को राहत नहीं मिली. इससे लोग बेचैन नजर आये. सीवान में पांच-छह दिनों से उमस बढ़ी हुई है. शनिवार को भी सुबह से मौसम का हाल यही रहा. आसमान में हल्के बादल छाये रहे. दिन चढ़ने के साथ तापमान तो बढ़ा ही, उमस भी बढ़ती चली गयी. आर्द्रता दिन में अधिकतम 75 व न्यूनतम 35 फीसदी तक पहुंच गयी.
अधिकतम तापमान शनिवार को 39.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो शुक्रवार के 40.6 डिग्री सेल्सियस से 1.5 डिग्री और सामान्य तापमान से तीन डिग्री कम था. न्यूनतम तापमान 28.5 डिग्री दर्ज किया गया. सामान्य तापमान से यह 3.2 डिग्री अधिक रहा. अधिकतम व न्यूनतम तापमान के बीच अंतर कम होने से लोगों को रात में भी राहत नहीं मिल रही. मौसम विज्ञानी की मानें तो रविवार को हल्के बादल छाये रहेंगे. अगले तीन दिनों तक मौसम की स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी. हल्की बारिश हो सकती है.
गर्मी का खेल, पंखा और कूलर भी फेल : बेतहाशा उमस और गर्मी से आम जनजीवन पूरी तरह से बेहाल है. धूप-छांव का खेल जरूर चल रहा है, लेकिन बारिश नहीं हो रही है. शनिवार को धूप का आलम यह है कि इसकी चमक के आगे जहां आंखें धुंधली हो जा रही है. वहीं धूप के बीच रहने पर तन झुलस जा रहा था. मकान पूरी तरह से तप रहे थे, जिससे उसमें रहने वाले लोग गर्मी से परेशान थे. पंखा-कुलर जरूर चल रहा था, लेकिन मौसम की तल्खी के आगे इनका हवा पूरी तरह से बेअसर था. गर्मी की वजह से पल-पल पर लोगों को पानी की आवश्यकता महसूस होती रही. राहत के लोग पानी के साथ ही बेल का शर्बत, सत्तू, आम का पन्ना आदि का सहारा लेते रहे. दोपहर में सड़कों पर नाममात्र लोग की आवागमन करते रहे. वहीं लोग धूप के बीच दिखाई दिये, चाय-पान की दुकानों पर लोगों में मौसम की चर्चा होती रही. लोगों की चर्चाओं में यह बात प्रमुखता से शामिल रही कि भगवान इंद्र की कृपा होने पर ही मौसम से तप से राहत मिलेगी.
50 हेक्टेयर में गिरा है बिचड़ा : किसान मॉनसून के इंतजार में आसमान की ओर टकटकी लगाये हुए है. ताकि बारिश होते ही धान का बिचड़ा गिराया जा सके. मौसम अनुकूल नहीं होने के बाद भी अभी तक 50 हेक्टेयर में बिचड़ा गिर गया है. कृषि विभाग के माने तो मॉनसून आते ही बिचड़ा गिराने की प्रक्रिया तेज हो जायेंगी. अभी किसान बारिश को लेकर टकटकी लगाये हुए है. विभाग ने 95 हजार हेक्टेयर का लक्ष्य रखा हुआ है. लेकिन बारिश नहीं होने से किसान मायूस हो गये. जिला कृषि पदाधिकारी राजेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि मॉनसून आने के बाद ही बिचड़ा गिराने में तेजी आयेंगी. यहां किसान 20 जून से लेकर 30 जून के बीच ही बिचड़ा गिराते है. अच्छी बारिश होने की उम्मीद है.
बारिश के पहले हल्की आंधी के आसार
मौसम विज्ञानी ने बताया कि एक चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है. इसके दबाव में एक कम दबाव का क्षेत्र निचले खाड़ी में निचले स्तर बन रहा है. इसके अलावा एक और चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र ऊपरी हवा में उत्तर बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश में बना हुआ है. इसकी वजह से सीवान समेत उत्तर बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा की शुरुआत हो सकती है. 05 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है. यह क्रम रविवार तक जारी रह सकता है. बारिश के पहले हल्की आंधी आने की भी संभावना है.