असांव : रविवार की रात में असांव थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव स्थित राजघराना के मंदिर को करीब 9.30 बजे बंद कर मंदिर के पुजारी त्रिभुवन पाठक अपने घर चले गये थे. मंदिर से एक ही रात अष्टधातु सहित पीतल की मूर्ति की चोरी की घटना की जानकारी जैसे ही अहले सुबह में पुजारी को मिली तो वे अपने घर से दौड़े-दौड़े मंदिर पहुंचे. उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि अज्ञात चोरों ने मूर्तियां चुरा ली. इस दौरान पहुंचे थानाध्यक्ष परशुराम सिंह ने काफी देर तक पुजारी से पूछताछ करते हुए कई अहम जानकारी भी ली. जो मूर्तियां चोरी की गयी वे करीब 150 वर्ष पुराना बताया जा रहा है.
इसे ले ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. इधर चोरी के घटना के बाद एएसपी कांतेश मिश्रा ने बरामदगी के लिए एसआई टीम का गठन कर दिया है. ताकि मूर्तियां बरामद हो सके. इधर जिले में लगातार चोरी की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है. राज घराने के लोग कहना है कि रात्री में सभी लोग रात्रि विश्राम करने चले गये. इसी का फायदा उठाकर अज्ञात चोरों ने इस घटना अंजाम दिया है. पुलिस ने दवा की है कि जल्द ही सभी संलिप्त लोगों को गिरफ्तार करते हुए मूर्तियां बरामद कर लिया जायेगी. एएसपी द्वारा गठित टीम चोरी के घटना के बाद से लगातार मामले की जांच में जुटी है.
मठ मंदिरों में अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे भगवान : सीवान . आज के समय में भगवान खुद ही अपने आप को मठ मंदिरों में असुरक्षित महसूस कर रहें है. क्योंकि इन दिनों मठ मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटना काफी बढ़ गयी है. सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्करों के निशाने पर अष्टधातु की मूर्तियां है. जिसका बाजार मूल्य काफी अधिक है. इसकी चोरी कर ये चोरों द्वारा नेपाल के रास्ते दूसरे देशों में खपत किया जा रहा है. जिसके कारण पुलिस कोई सुराग नहीं मिल पा रही है.
जनवरी माह में ही गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के आज्ञा गांव स्थित मंदिर से अष्टधातु की मूर्ति की चोरी हुई थी. उसमें भी अभी तक कोई सफलता पुलिस को नहीं मिली है. चोरी की घटनाओं को देखते हुए एसपी नवीन चंद्र झा पूरे जिले के मठ-मंदिरों को सुरक्षा को लेकर रात में गश्त बढ़ाने को लेकर सभी थानों को आदेश दिये है. इसके पूर्व में भी कई जिले में मंदिरों से मूर्ति की चोरी हो चुकी है. पूर्व में गोरेयाकोठी प्रखंड मुख्यालय स्थित रामजानकी मंदिर, प्रखंड चैनपुर पिपरा स्थित रामजनकी मंदिर, आज्ञा गांव स्थित मंदिर, लकड़ीनवीगंज प्रखंड भोपतपुर में निर्माणाधीन मंदिर से अष्टधातुओं के मुर्ति की चोरी हो चुकी है.
इसमें से कुछ के मूर्तियों को तो पुलिस बरामद की और कुछ का आज तक बरामद नहीं कर सकी है. ऐसी मूर्तियों की लगातार हो रही चोरी से आस्था आहत हुई है. लोग इन मूर्तियों को अपने पूर्वजों की बड़ी देन मानते थे. लोग इन पुरानी मूर्तियों की पूजा-अर्चना भी अलग-अलग विधियों से करते थे, जो संस्कृति से जुड़ी हुई थी.
केस वन,
चार माह में भी नहीं बरामद हो सका आज्ञा मठिया चोरी गयी अष्टधातु की मूर्ति
गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के आज्ञा मठिया स्थित मंदिर से 15 जनवरी की रात चोरों ने करीब एक करोड़ की मूल्य की राम, लक्ष्मण, हनुमान व विष्णु की अष्टधातु की मूर्तियां गायब कर दी थी. इस घटना के चार माह बाद भी अभी तक पुलिस ने मूर्ति को बरामद नहीं कर सकी है. इस घटना की जानकारी के बाद पहुंचे ग्रामीणों ने सीवान -बसंतपुर मुख्य मार्ग जाम कर मूर्तियां की बरामदगी के मांग किये थे. रात्री में पुजारी ने मंदिर से पूजा कर मंदिर को बंद कर लहेजी चला गया था.
जिसके बाद वह सुबह में पहुंचा तो देखे की मंदिर का ताला टूटा है. लोगों का कहना था कि यह सभी मूर्तियां करीब 150 वर्ष पुरानी है. लोगों ने उस दौरान सीओ व थानाध्यक्ष के अश्वाशन पर सड़क से जाम को हटाये थे. इस मामले में पुजारी नंदन मिश्रा के बयान पर पुलिस ने अज्ञात पर मामला दर्ज कर चल कर रहीं थी. पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई खुलासा नहीं कर सकी है.
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घटना दो
घटना के कुछ ही दिनों के बाद मिली थी मूर्ति
गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के पिपरा स्थित रामजानकी मंदिर से एक जुलाई 2016 यानी शुक्रवार की रात चोरों ने अष्टधातु की छह मूर्तियां की चोरी मंदिर के गर्भ गृह से कर ली थी. इस मूर्तियां की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत तीन करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान लगाया था. तकरीबन दो सौ वर्ष पुरानी मूर्तियां की चोरी की घटना में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस जांच ही कर रही थी कि मूर्ति को बाद में तस्करों ने एक बोरा में एक सप्ताह बाद मंदिर के समीप लाकर फेंक दिया था. जिसे लावारिस हालत में बरामद किया गया था. इसमें शामिल रहे दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. जांच में साजिश रचने में मंदिर के पुजारी अवधेश दास उर्फ क्रांति बाबा का नाम आने पर उसे भी पुलिस ने जेल भेज दिया था.
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घटना तीन:
अगस्त 2016 में चोरी गयी थी मूर्तियां
लकड़ीनबीगंज ओपी थाना क्षेत्र के भोपतपुर भरथियां स्थित राम-जानकी मंदिर से देवताओं की चार मूर्तियां चोरी 01 अगस्त 2016 को हो गयीं थी. घटना के इतने दिन के बाद आज तक पुलिस ने मूर्ति को बरामद नहीं कर सकी है. मंदिर से चोरी गयी मूर्तियां में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण व ठाकुरजी की प्रतिमाएं शामिल थे.
ये सभी मूर्तियां को लोगों ने अष्टधातु की बतायी थी. ग्रामीणों का कहना है कि यह मंदिर तकरीबन 80 वर्ष पुरानी है. यहां मंदिर में पुजारी लक्ष्मण दास के अलावा एक अन्य साधु भी रहते थे. गर्भगृह में मौजूद सभी भगवान राम, सीता, लक्ष्मण व ठाकुर जी की प्रतिमाएं गायब मिलीं थी. यह देख उन्होंने सहयोगी पुजारी व अन्य ग्रामीणों को घटना की जानकारीराम-जानकी मंदिर दी गयी. उस समय के पुलिस ने इस मुर्तियां को अष्टधातु के नहीं होने की बात कह रही थी. लेकिन आज तक मूर्ति को नहीं बरामद किया गया.
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घटना चार
पटना से बरामद किये गये थे मूर्ति
भगवानपुर हाट थाना के पिपरहिया गांव स्थित मंदिर से राम-जानकी एवं लक्ष्मण की अष्टधातु की दो सौ साल पुरानी मूर्तियां की चोरी पांच अक्तूबर 2015 में कर ली गयी थी. चोरी के बाद ये मुतियों को पुलिस ने पटना के तरफ से बरामद की थी. मंदिर के पुजारी सुरेंद्र सिंह ग्रामीण वीर विजय सिंह, वीरेंद्र सिंह व अन्य के साथ थाने पहुंच अष्टधातु की भगवान श्रीराम, माता जानकी एवं लक्ष्मण की 200 वर्ष से अधिक पुरानी मूर्तियों के चोरी हो जाने की सूचना दी थी.
अपने आवेदन में कहा था तीनों मूर्तियों का वजन लगभग सवा क्विंटल था. पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि पांच अक्टूबर को मंदिर परिसर में शिव चर्चा के समय एक बाइक पर आये दो लोगों ने गांव के गुड्डू सिंह का घर पूछ उन्हें बुलाया एवं उनके साथ मंदिर में घुसकर मोबाइल से फोटो खींचा था. इस सूचना के बाद थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार मिश्रा एवं एएसआई राम नरेश सिंह ने पिपरहिया गांव स्थित मंदिर परिसर में पहुंच मौका मुआयना किया और गुड्डू सिंह को हिरासत में ले लिया था. पुलिस के दबिश के कारण यह मुर्ति को पटना से बरामद किया गया था.
पांच दिन पूर्व पुलिस को दिये रहते सूचना तो नहीं हुई रहती बड़ी घटना : असांव. थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव स्थित राजघराने की मंदिर से करोड़ों रुपये की चोरी गयी मूर्ति की घटना एक बड़ी सी चूक से हुई है. अगर यह चूक नहीं हुई रहती तो यह घटना हुई ही नहीं घटती. पांच दिन पूर्व राजघराने के मंदिर से ही दो मूर्तियां की चोरी हुई थी. लेकिन राजघराने के लोग व पुजारी ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दिये. जिसके कारण आज करोड़ों रुपये मूल्य की मूर्तियां की चोरी हो गयी. बता दें कि रविवार की रात्रि में दुबारा घटना का अंजाम देते हुए अज्ञात चोरों ने घटना का अंजाम दिया.
क्या कहते हैं एएसपी
घटना के बाद से एसआईटी टीम का गठन किया गया है. ताकि जल्द से जल्द मामला का खुलासा किया जा सके. जल्द ही चोरी गये मूर्तियां को बरामद कर ली जायेगी. साथ ही क्षेत्र में गश्ती भी बढ़ाने का निर्देश सभी थानों को दिया गया है. ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाया जा सके.
कांतेश मिश्रा, सहायक पुलिस अधीक्षक, सीवान