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नहर में 20 सालों से पानी नहीं, कैसे होगी सिंचाई

हसनपुरा : क्षेत्र के किसानों की फसलों की भरपूर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने में सरकार पूरी तरह विफल है. हालांकि सरकार किसानों के हित में विभिन्न योजनाएं चलाकर उनकों समृद्ध बनाने की प्रयासरत है. लेकिन धरातल पर इन योजनाओं का लाभ नहीं दिखता. प्रखंड के लहेजी पंचायत के मुखिया शोभा कुमारी के आवास पर […]

हसनपुरा : क्षेत्र के किसानों की फसलों की भरपूर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने में सरकार पूरी तरह विफल है. हालांकि सरकार किसानों के हित में विभिन्न योजनाएं चलाकर उनकों समृद्ध बनाने की प्रयासरत है. लेकिन धरातल पर इन योजनाओं का लाभ नहीं दिखता. प्रखंड के लहेजी पंचायत के मुखिया शोभा कुमारी के आवास पर रविवार को प्रभात खबर द्वारा चौपाल आयोजित किया गया.
इस दौरान स्थानीय मुखिया शोभा कुमारी समेत स्थानीय दर्जनों किसान उपस्थित होकर अपनी-अपनी समस्याओं से अवगत कराया. लहेजी पंचायत में 15 हजार की आबादी में तकरीबन 80 फीसदी लोग धान, गेहूं, मक्का व औषधीय खेती निर्भर है. लेकिन किसानों की फसलों की सिंचाई के लिये कोई संसाधन उपलब्ध नहीं होने से सिंचाई के लिए घोर संकट है.
पिछले 20-25 सालों से नहर में पानी नहीं आया. दूसरी ओर सोसाईटी द्वारा निर्मित नलकूप 30 सालों से बंद है. लहेजी स्थित गांधी स्मारक हाईस्कूल के परिसर में स्थित नलकूप पिछले चार सालों से बंद है. बताया जाता है कि रख-रखाव के अभाव में सभी नाला टूट गया है. इस परिस्थिति में किसान महंगे दामों पर डीजल संचालित पंप सेट से अपनी फसलों की सिंचाई करने को विवश है. मुखिया शोभा कुमारी कहती हैं कि सरकार द्वारा किसानों की फसलों की सिंचाई व समृद्ध करने के लिये विभिन्न योजनाएं चला रही है. लेकिन इन योजनाओं से किसानों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है. खाद, बीज व डीजल पर मिलने वाली अनुदान राशि अधिकारी ससमय किसानों के खाता में उपलब्ध कराये ताकि खेती करने में सुविधा हो सके. सरकार मंद्रौली व लहेजी में दर्जनों नलकूप का निर्माण करे ताकि किसानों की फसलों की भरपूर सिंचाई हो सके. स्थानीय उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक शाखा लहेजी में पिछले दो सालों से किसानों का केसीसी नहीं हो रहा है. जिससे किसानों में मायूसी है. लहेजी पंचायत के 182 मजदूरों को श्रम संसाधन बिहार सरकार के तहत बीमा कराया गया है.
इस योजना के तहत मजदूरों को स्वत: निधन पर एक लाख व किसी प्रकार दुर्घटना में चार लाख मुआवजा मिलने का प्रावधान है. किसान ब्रम्हदेव भगत कहते है कि सरकार नहरों के अपेक्षा नलकूप का निर्माण कराया जाये. नलकूप से किसानों की फसलों की सिंचाई करने में सुविधा होगी. साथ ही अधिक पैदावार बढ़ेगा. किसान देवेंद्र मिश्र कहते है कि सरकार की खाद, बीज व फसल अनुदान अच्छी पहल है. लेकिन समय से खाता पर नहीं आता है. किसान शिवमंगल राम का कहना है कि किसानों की खेतों की भरपूर सिंचाई के लिए जगह-जगह नलकूप निर्माण के साथ-साथ नहरों की जीर्णोद्धार करना अति आवश्यक है. हरेंद्र यादव कहते है कि सरकार समय पर किसानों को बीज वितरण करें. ताकि सही समय पर किसान अपने खेतों की बुआई कर सके.

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