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पुलिस ने मुठभेड़ के बाद तीन अपराधियों को पकड़ा
सीवान : बड़हरिया थाने के तेतहली बागीचे में पुलिस व अपराधियों के बीच गुरुवार को हुई मुठभेड़ के बाद पुलिस ने तीन कुख्यात अपराधियों को पुलिस ने हथियार के साथ गिरफ्तार करने में सफल हुई. दोनों तरफ से करीब एक दर्जन चक्र गोली चलने के बाद पुलिस को यह कामयाबी मिली. पकड़े गये अपराधियों में […]
सीवान : बड़हरिया थाने के तेतहली बागीचे में पुलिस व अपराधियों के बीच गुरुवार को हुई मुठभेड़ के बाद पुलिस ने तीन कुख्यात अपराधियों को पुलिस ने हथियार के साथ गिरफ्तार करने में सफल हुई. दोनों तरफ से करीब एक दर्जन चक्र गोली चलने के बाद पुलिस को यह कामयाबी मिली. पकड़े गये अपराधियों में बड़हरिया थाने के सावना गांव का कुख्यात सद्दाम आलम उर्फ रवि सिंह, नगर थाने के नया बाजार पोखरा निवासी क्यामुद्दीन मियां तथा बड़हरिया थाने के सिसवा गांव का किताबुद्दीन मियां शामिल है.
पुलिस ने इनके पास से एक पिस्तौल, तीन कट्टे, चार जिंदा गोली, चार खोखा तथा एक बाइक को बरामद किया है. एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया गुरुवार को बड़हरिया थाने की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि तेतहली गांव के बगीचे में कुछ अपराधी इकठ्ठा होकर किसी अपराध की योजना बना रहें हैं. इसी सूचना पर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने सशस्त्र बल सहित तेतहली गांव के उस बागीचे में पहुंचे. पुलिस को देखते ही अपराधी फायरिंग करने लगे. पुलिस ने भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से जवाबी फायरिंग किया. उसके बाद अपराधियों ने अपने को घिरा देख पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सद्दाम आलम पर सिर्फ सीवान के विभिन्न थानों में करीब 20 मुकदमे है. इसके अलावे छपरा-गोपालगंज में करीब 15 मामले दर्ज है. एसपी ने बताया कि पकड़े गये अपराधियों पर आर्म्स एक्ट के तहत एक मामला अलग से दर्ज कर उसका स्पीडी ट्रायल किया जायेगा.
महाराजगंज व दरौंदा में चंदन सिंह के इशारे पर सद्दाम ने की थी फायरिंग : एसपी ने बताया कि जेल में बंद कुख्यात अपराधी चंदन सिंह इन अपराधियों की सहयोग से गिरोह का संचालन करता था . रंगदारी नहीं देने पर चंदन सिंह के इशारे पर सद्दाम आलम ने खुर्शीद तथा औरंगजेब की मदद से महाराजगंज के छड़ व्यवसायी को गोली मारी थी. खुर्शीद और औरंगजेब की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. उन्होंने बताया कि सद्दाम ने राहुल यादव एवं औरंगजेब की मदद से दरौंदा के डॉक्टर के क्लिनिक पर रंगदारी नहीं देने पर फायरिंग कर दहशत फैलाया था. सद्दाम 2014 से 17 तक तीन साल तक जेल में रहा. इस दौरान जेल में ही चंदन सिंह के संपर्क में आकर उसके गिरोह में शामिल होकर घटनाओं को अंजाम देने लगा.
चंद्रज्योति सर्जिकल के मालिक को सद्दाम ने ही रंगदारी नहीं देने पर मारी थी गोली
एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि जेल में बंद कुख्यात चंदन सिंह ने चंद्र ज्योति सर्जिकल के मालिक से रंगदारी की मांग किया था. रंगदारी नहीं मिलने पर चंदन सिंह के इशारे पर सद्दाम आलम ने ही दवा व्यवसायी को गोली मारी थी. एसपी ने बताया कि घटना में प्रयुक्त पिस्तौल को पुलिस ने बरामद कर लिया है. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में जिस टकले की तस्वीर दिख रही है. पुलिस ने उसका भी पता कर लिया है . उन्होंने बताया कि सद्दाम ने पुलिस को उसकी सारी जानकारी दे दिया है .
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