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परिजनों को सता रही अनहोनी की आशंका

सीवान : नगर के नया बाजार निवासी ब्रहमानन्द प्रसाद गुप्ता ने अपने बेटे राजकुमार गुप्ता 45 वर्ष के लापता होने के तीसरे दिन भी कोई सुराग नहीं मिला है. सोमवार को मामले में एक नया मोड़ यह आया है कि राजकुमार के एक मित्र विजय कुमार जिसकी श्यामा कॉम्लेक्स में जुता-चप्पल की दुकान है, उसने […]

सीवान : नगर के नया बाजार निवासी ब्रहमानन्द प्रसाद गुप्ता ने अपने बेटे राजकुमार गुप्ता 45 वर्ष के लापता होने के तीसरे दिन भी कोई सुराग नहीं मिला है. सोमवार को मामले में एक नया मोड़ यह आया है कि राजकुमार के एक मित्र विजय कुमार जिसकी श्यामा कॉम्लेक्स में जुता-चप्पल की दुकान है, उसने बताया कि राजकुमार शनिवार को उसकी दुकान पर सुबह में एक झोला रखकर गया था. दुकान से निकलने के बाद वह उसकी दुकान पर आया तथा झोला लेकर चला गया.

साथ ही साथ विजय के पिता से कहा कि यह बात किसी को नहीं बताएं. लेकिन जब राजकुमार के गायब होने पर परेशान हुए तब विजय ने सोमवार को उनके परिवार को यह बात बताई. परिवार के लोगों को उम्मीद है कि राजकुमार कहीं घुमने गए है. एक-दो दिनों में वापस आ जाएगे. राजकुमार के पिता ब्रम्हानंद प्रसाद द्वारा थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार शनिवार यानी 10 मार्च को राजकुमार और उसके पिता श्रद्धानन्द बाजार स्थित अपनी दुकान पर बैठे थे,

इसी दौरान 12 बजे के करीब राज कुमार गुप्ता अपने पिता से 36 सौ रुपये लेकर पेसाब करके आने की बात कही. कुछ देर बाद उनका मोबाइल बंद मिला,जिसके बाद घरवालों ने अपने संबंधियों के यहां फोन किया गया . लेकिन वहां भी नहीं पहुंचे थे. इसके बाद खोजबीन शुरू हुई और थाने में मामला दर्ज किया गया.

राजकुमार के पुत्र राहुल की हत्या के बाद सशंकित है परिवार : 2017 में 10 अगस्त को राजकुमार गुप्ता के किशोर पुत्र विष्णु राज उर्फ राहुल का भी अपहरण कर लिया गया था. तीसरे दिन राहुल का शव बरामद हुआ था, जिसके बाद शहर में आक्रोश भड़क गया था.पुलिस ने तीन दिन के अंदर मामले का खुलासा करते हुए खुलासा किया था. ट्यूसन टीचर, भरत व आजाद मास्टरमाइंड निकले थे. पुलिस ने 10 आरोपित को गिरफ्तार किया गया था. इधर राहुल के पिता राजकुमार के गायब होने से परिवार दहशत में है. परिजनों का कहना है कि एकलौते बेटे की हत्या के बाद से ही वे गमजदा रहते थे।वही दुकान से गायब होने और मोबाइल बंद मिलने से उनकी परेशानी बढ़ने लगी है. वहीं पुलिस का मानना है कि हो सकता है कि तनाव में वे कही चले गये हो. ऐसे में बाजार से उनको अगवा करना संभव नहीं. पुलिस इस बिंदु पर जांच कर रही है कि हो सकता है कि किसी करीबी ने उन्हें बुलाया हो।फिर साथ लेकर गया हो.
राजकुमार के मोबाइल का सीडीआर खंगालने में जुटी पुलिस
बहरहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच में जुटी है. राजकुमार के कॉल डिटेल्स और टावर लोकेशन को खंगाला जा रहा है. साथ ही उनसे जुड़े नजदीकी और एक हफ्ते के कॉल डिटेल्स को भी पुलिस खंगाल रही है. साथ ही पुलिस ने श्रदानन्द बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरा को भी खंगाली है. सीसीटीवी फुटेज में जहां पेसाब करने जाने की बात राजकुमार ने बतायी है. वहां फुटेज में राजकुमार नहीं आया है. इसका मतलब कि वह पेसाब करने का बहाना बनाया है. पुलिस की नजर विष्णु राज उर्फ राहुल हत्याकांड में शामिल नामजदों पर भी है. राजकुमार गुप्ता ही अपने बेटे की हत्याकांड के सूचक भी है.ऐसे में पुलिस सभी विंदुओं को खंगाल रही है़
सूचना पर पहुंचे एएसपी ने की जांच
सहायक पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा खुद इस जांच और कार्रवाई में जुटे है. एएसपी ने सोमवार को राजकुमार के घर पहुंच मामले की जांच की. एएसपी ने बताया कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच व कार्रवाई में जुटी है. प्रथम दृष्टया टेंशन में घर छोड़ने का अंदेशा जताया जा रहा है. पुलिस मामले में कार्रवाई में
जुटी है.

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