सीवान : सूबे से लेकर जिले में विगत दिनों चर्चा में रहे युवती अपहरण कांड का पुलिस ने लगभग खुलासा कर दिया है. एसआईटी को मिले सुराग के अनुसार युवती का फेसबुकिया दोस्ती युवक के साथ हुई. जिसके बाद उन दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी. फिर दोनों एक साथ घर से लापता हो गये. पुलिस […]
सीवान : सूबे से लेकर जिले में विगत दिनों चर्चा में रहे युवती अपहरण कांड का पुलिस ने लगभग खुलासा कर दिया है. एसआईटी को मिले सुराग के अनुसार युवती का फेसबुकिया दोस्ती युवक के साथ हुई. जिसके बाद उन दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी. फिर दोनों एक साथ घर से लापता हो गये. पुलिस के खुलासे के अनुसार रघुनाथपुर के बड़ुआ गांव के मंधाता सिंह की बेटी 23 जून को मोतिहारी जिले के हरसिद्धि निवासी मिथलेश राम अपने साथ लेकर फरार हो गया.
जो पश्चिमी भारत के एक शहर में उसके साथ रह रही है. अब उसकी बरामदगी व बयान से पूरा मामला स्पष्ट होगा. लेकिन एसआईटी की प्राथमिक जांच में जो मामला सामने आया है. उसके अनुसार लड़की व मिथलेश के बीच फेसबुक पर दोस्ती हुई. फिर उसके बाद दोनों के बीच फेसबुक के साथ ही मोबाइल पर बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ. अब उसके बरामद होने के बाद युवक ने उसे प्रेम जाल में फंसा कर अपहरण किया या स्वेच्छा से साथ गयी. इस बात का खुलासा हो सकेगा.
क्या है मामला . रघुनाथपुर के ड़ुआ निवासी मंधाता सिंह की बेटी 23 जून 2017 को रघुनाथपुर बाजार से लापता हो गयी थी. वह अपने गांव के ही पड़ोसी कामनी कुमारी के साथ बाजार गयी थी. जहां से मोबाइल रिचार्ज कराने के नाम पर गयी और फिर लौट कर फिर नहीं आयी. इसके बाद कामनी अपने घर लौट गयी. युवती के पिता ने अपने बेटी की काफी खोजबीन की लेकिन वह नहीं मिली. जिसके बाद उनके द्वारा रघुनाथपुर थाना में गांव के ही कामनी कुमारी, रेनू देूवी व धर्मेंद्र सिंह सहित चार पर साजिश रच कर बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था. इस मामले में छह माह बाद भी बेटी के बरामद नहीं होने पर पटना हाईकोर्ट में गुहार लगायी थी.
कांड के खुलासे के लिए गठित की गयी एसआईटी
हाईकोर्ट के कड़े रुख के बाद पुलिस इस मामले में सक्रिय हुई. एसपी नवीन चंद्र झा ने कांड के खुलासे के लिये एसआईटी का गठित किया. यह टीम आंदर इंस्पेक्टर अरविंद कुमार के नेतृत्व में गठित की गयी. इसके मॉनेटरिंग का जिम्मा सहायक पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा को सौंपी गयी है. एसआईटी ने जब इस मामले में अपनी जांच आगे बढ़ायी तो मामला खुलता गया. अपहृत युवती के पिता द्वारा जिन चार लोगों को अपने पुत्री के अपहरण मामले में आरोपित किया था. उन सबके गिरफ्तारी पर पटना हाईकोर्ट द्वारा रोक लगा देने से स्थानीय पुलिस इस मामले में कुछ विशेष नहीं कर पा रही थी. वहीं इस मामले में स्थानीय जांच में सहभागिता भी नहीं मिली थी.
एसआईटी की जांच में खुलासा
एसआईटी टीम ने जब इस मामले को अपने हाथ में लेकर जांच को आगे बढ़ाया तो यह मामला खुलता गया. जांच में फेसबुक से दोस्ती होने का मामला सामने आया है. युवती को अपने साथ लेकर गायब होने वाला युवक मोतिहारी के हरसिद्धि का मिथलेश राम निकला. पुलिस को दोनों के फेसबुक एकांउट से भी अहम जानकारियां मिली. फिर दोनों के आइडी व मोबाइल सीडीआर खंगाला गया तो मामला स्पष्ट होता गया. धीरे-धीरे इस मामले के तह तक पुलिस पहुंच चुकी है. अब युवक-युवती के बरामदगी उसका टास्क है. एसआईटी टीम अपने अभियान में जुटी है. पुलिस का भी कहना है कि युवक और युवती के बरामदगी के बाद इस मामले में सब कुछ स्पष्ट हो सकेगा. अभी पुलिस की पहली प्राथमिकता यही है.
हाईकोर्ट में पेश नहीं होने पर एसपी व थानेदार को किया था तलब
हाईकोर्ट से मंधाता सिंह ने गुहार लगायी थी. जिसके अगले तिथि पर कोर्ट ने रघुनाथपुर थानाध्यक्ष व एसपी को तलब किया था. लेकिन दोनों हाईकोर्ट में उपस्थित नहीं हुए थे. तत्कालीन एसपी सौरभ कुमार शाह, डीआईजी सारण को दो दिन का सीएल देकर अवकाश पर चले गये थे. जिसके बाद सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट ने इनकी अनुपस्थिति व डीआईजी द्वारा अवकाश देने को लेकर डीआईजी सारण, एसपी व रघुनाथपुर थानाध्यक्ष को तीसरे दिन ही तलब कर दिया था. पटना हाईकोर्ट में तीनों उपस्थित हुए और अपना जवाब दाखिल किया. हालांकि इस मामले के बाद एसपी ने रघुनाथपुर थानाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह निराला व केश के आाईओ दिनेश सिंह को निलंबित कर दिया था.