बड़हरिया : शीतलहर के कारण लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बाजारों में आवाजाही कम हो गयी है. वहीं ग्रामीण इलाके के लोगों को ठंड से बचने के लिए घरों में दुबकना पड़ रहा है. मवेशी पालकों को चारा जुटाने व मवेशियों को खिलाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि […]
बड़हरिया : शीतलहर के कारण लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बाजारों में आवाजाही कम हो गयी है. वहीं ग्रामीण इलाके के लोगों को ठंड से बचने के लिए घरों में दुबकना पड़ रहा है. मवेशी पालकों को चारा जुटाने व मवेशियों को खिलाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जबकि बाजारों में ऊनी कपड़ों की दुकानों में भीड़ नजर आ रही है. वहीं अंडों की मांग बढ़ गयी है. सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा साह ने बड़हरिया बाजार के जामो चौक पर आग जलाकर बाजारवासियों को ठंड से निजात दिलाने की कोशिश की. इस मौके पर कृष्णा साह, मो रऊफ, मदन पाठक आदि मौजूद थे.
बचने के उपाय
ठंड के कुप्रभाव से बचने के लिए सावधानी आवश्यक है. चिकित्सक सुरेश भारती ने कहा कि ठंड से बचाव के लिए शरीर के पूरे अंग को गर्म कपड़े से ढक कर रखें. पीने व स्नान में भी गर्म पानी का ही इस्तेमाल करें. खुले में स्नान करने से बचें.कभी भी रजाई या गर्म कमरे से निकलकर अचानक बाहर ठंड में जाना खतरनाक हो सकता है.
खासकर हृदय रोगी, उच्च रक्तचाप वाले व एनेमिक महिला, गर्भवती महिलाएं इसका अधिक ध्यान रखें. गर्म से अचानक ठंड में जाने पर हॉर्ट के रोगी को अटैक की संभावना रहती है. रक्तचाप अचानक बढ़ जाने से ब्रेन हेम्रेज या पैरालाइसिस का भी खतरा रहता है. लूज मोशन, सूजन, बुखार आदि समस्या होने पर फौरन चिकित्सक से संपर्क करें. उन्होंने कहा कि ठंड से बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि आप एहतियात बरतें.
कैसे करें ठंड में नवजात की देखभाल
नवजात शिशुओं का भी ठंड से बचाव आवश्यक है. इसके लिए बच्चों को हमेशा गर्म कपड़े से ढंक कर रखें. गलती से भी नाक-कान खुला न छोड़ें, नवजात को अधिक समय तक मां अपने शरीर से लगाकर रखें, ताकि मां के शरीर का स्पर्श रहने से बच्चे को मां के शरीर की गर्मी मिलती रहती है. बच्चे को कंपकपी, उल्टी व दस्त होने पर चिकित्सक से मिलें. थोड़े बड़े बच्चों का भी पूरा शरीर गर्म कपड़े से ढ़क कर रखें.
ठंड में सावधानी बरतने की है जरूरत :
लगातार बढ़ रही ठंड से आम जनजीवन पर गहरा असर पड़ रहा है. ठंड की चपेट में आने से लोग बीमार हो रहे हैं, सर्दी-जुकाम, बुखार व खांसी के अलावा लूज मोशन की शिकायत लेकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. जबकि, हृदय रोगी, उच्च रक्तचाप वाले लोगों के साथ खून की कमी वाली महिलाओं को भी परेशानी हो रही है. वहीं, बच्चे व नवजात भी ठंड की चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में लोगों का ठंड से बचाव आवश्यक है.