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मोटी रकम लेकर हाजत से आरोपितों को छोड़ा

कार्रवाई. उत्पाद िवभाग के विशेष धावा दल पर लगे गंभीर आरोप सीवान : उत्पाद विभाग द्वारा गठित विशेष धावा दल द्वारा गड़बड़ी और मनमानी के मामले में जिलाधिकारी महेंद्र कुमार द्वारा जांच का आदेश देने के बाद विभाग में खलबली मची हुई है. अभी डीएम के निर्देश पर उत्पाद अधीक्षक इस प्रकरण की जांच कर […]

कार्रवाई. उत्पाद िवभाग के विशेष धावा दल पर लगे गंभीर आरोप

सीवान : उत्पाद विभाग द्वारा गठित विशेष धावा दल द्वारा गड़बड़ी और मनमानी के मामले में जिलाधिकारी महेंद्र कुमार द्वारा जांच का आदेश देने के बाद विभाग में खलबली मची हुई है. अभी डीएम के निर्देश पर उत्पाद अधीक्षक इस प्रकरण की जांच कर रहे थे कि एक और मामला सामने आ गया.
इस मामले में गठित धावा दल पर मनमानी, गड़बड़ी के साथ हाजत में बंद आरोपितों को मोटी रकम लेकर छोड़ने का आरोप लगा है. इसकी शिकायत व सीसीटीवी फुटेज की सीडी डीएम से लेकर मुख्यमंत्री तक भेजे जाने की सूचना है. इस मामले का खुलासा होते ही विभाग में सनसनी व्याप्त है. गौरतलब हो कि डीएम महेंद्र कुमार ने इसकी जांच उत्पाद अधीक्षक को सौंपते हुए जांच रिपोर्ट तलब की है. उत्पाद अधीक्षक द्वारा स्वतंत्र विशेष धावा दल का गठन नवंबर 2017 में किया गया था. इसका काम पूरे जिले में जांच व कार्रवाई करना था. इस टीम के विरुद्ध मिली. शिकायतों के बाद डीएम ने यह आदेश जारी किया है.
नवंबर में धावा दल द्वारा पैसे लेकर आरोपितों को छोड़ने का लगा है आरोप : इसको लेकर अब नये नये खुलासे भी सामने आ रहे है. खुलासे के अनुसार इस विशेष धावा दल ने 14-15 नवंबर को 12 लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें नौ को जेल भेज गया और तीन को मोटी रकम लेकर छोड़ दिया गया. इसकी शिकायत उत्पाद अधीक्षक से करने की सूचना है. लेकिन उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इस धावा दल ने 29 नवंबर को सात लोगों को शराब पीने आदि के आरोप में गिरफ्तार किया था.
उनमें से अगले दिन चार को ही जेल भेजा गया. तीन को हाजत से ही छोड़ दिया गया. यह सब उत्पाद भवन में लगे सीसीटीवी कैमरे में दर्ज हो गया. इसकी शिकायत डीएम सहित अन्य उच्चाधिकारियों से की गयी. शिकायत में इन सबकी सीडी भी दी गयी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, हाजत में सात आरोपित दिख रहे हैं. लेकिन, अगले दिन चार को ही जेल भेजा गया. ऐसे में यह प्रश्न उठता है कि तीन को किसके आदेश पर और क्यों छोड़ा गया. 14-15 नवंबर की घटना सीसीटीवी में दर्ज नहीं हो सका था.
क्योंकि उस दिन कैमरे खराब पड़े थे. बता दें कि इस कारगुजारी को नवंबर में उत्पाद अधीक्षक अविनाश प्रकाश द्वारा गठित स्वतंत्र विशेष धावा दल द्वारा अंजाम दिया गया है. इस टीम में ऊपर से नीचे तक सिपाही ही तैनात हैं. यहां यह भी बता दें कि मार्च, 2017 में भी उत्पाद अधीक्षक ने स्वतंत्र धावा दल का गठन किया था. इसमें इंचार्ज से लेकर नीचे तक सिर्फ सिपाही ही तैनात किये गये थे. इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की गयी थी. डीएम महेंद्र कुमार ने दो अप्रैल, 2017 को इस आदेश को रद्द कर दिया था. इसके बाद उत्पाद अधीक्षक की यह टीम भंग करनी पड़ी.
सारा वाकया उत्पाद भवन में लगे सीसीटीवी कैमरे में हुआ कैद
एक सप्ताह पहले भी हुई थी घटना, तीन को छोड़ने का था आरोप
डीएम से लेकर मुख्यमंत्री को भेजा आवेदन व सीसीटीवी फुटेज की सीडी
भंग पुराने धावा दल को नये रूप फिर से किया क्रियाशील
सात माह बाद उत्पाद अधीक्षक ने नया प्रयोग करते हुए स्वतंत्र विशेष धावा दल का गठन कर दिया. इसमें लगभग उन्हीं लोगों को रखा गया, जो भंग टीम में शामिल थे. कुल मिलाकर डीएम के आदेश के बाद भंग किये गये धावा दल का यह नया एडिशन था. इसमें विशेष शब्द जोड़कर इसे नया नाम दिया गया है. इस टीम में इंचार्ज से लेकर नीचे तक आठ सिपाही रखे गये.
धावा दल में शामिल कर्मियों द्वारा की गयी गड़बड़ी के मामले में जांच का आदेश दिया गया है. जांच में मामला सत्य पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उत्पाद अधीक्षक से गठित इस टीम के साथ ही अन्य टीमों की कार्रवाई सहित अन्य रिपोर्ट तलब की गयी है.
महेंद्र कुमार, जिलाधिकारी, सीवान.
टीम का नेतृत्व एसआई करते हैं. इंस्पेक्टर सुपरविजन करते हैं. विशेष टीम का गठन किया गया है उसके सारे कागजात मौजूद हैं. जहां तक रही पैसा लेकर हाजत से आरोपितों को छोड़ने की बात, तो इसकी जांच करा दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
अविनाश प्रकाश, उत्पाद अधीक्षक, सीवान.

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