सीवान : महाराजगंज स्टेशन पर हुए नीरज हत्याकांड में उसकी मौसी और उसके पिता जेल की हवा खायेंगे. हिरासत में लिये गये पचरुखी थाने के मखनुपुर निवासी अर्चना कुमारी उसके पिता रामजी सिंह को नीरज हत्याकांड में जेल भेज दिया गया, जबकि उसकी मां पर पुलिसियां जांच चल रही है. नीरज की हत्या महाराजगंज स्टेशन पर चाकुओं से गोद कर कर दी गयी थी. जब वह अपने रिश्ते की मौसी अर्चना के साथ जरती माई मंदिर में दर्शन करने के बाद रेलवे स्टेशन पर बैठा था.
मृतक नीरज की मां व गोपालगंज के भगवानपुर निवासी रीना देवी ने महाराजगंज थाने में आवेदन देकर मखनुपुर निवासी अर्चना व उसके परिवार पर ही साजिश रच कर हत्या का आरोप लगाया था. इसके बाद पुलिस ने अर्चना व उसके माता पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. मालूम हो कि अर्चना ने ही अज्ञात हमलावरों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया था. इससे भी उसके प्रति पुलिस का शक बढ़ता गया. वैसे शुरू से ही इस हत्याकांड में प्रेम प्रसंग में ही हुई हत्या मानकर चला जा रहा था.
नीरज की मां के आवेदन व बयान के साथ ही पुलिसिया जांच में भी यह मामला लगभग स्पष्ट हो चुका है कि प्रेम प्रसंग में ही नीरज की हत्या हुई है. पुलिस इस संबंध में तकनीकी पहलुओं को भी जोड़ कर चल रही है. अर्चना व नीरज के कॉल डिटेल्स से भी मामला इसी ओर बढ़ा है. साथ ही घटना के दिन का टावर लोकेशन व कॉल डिटेल्स से भी यही बात सामने आ रही है. इन तीनों को हत्याकांड में नामजद अभियुक्त बनने के बाद पुलिस इस पहलू पर जांच में जुटी है कि हत्याकांड में और कौन शामिल रहे हैं. नीरज हत्याकांड में अर्चना के मंगेतर अशोक का भी नाम आया है और उसके टावर लोकेशन भी घटना के दिन महाराजगंज में ही और घटना स्थल के पास मिला है. पुलिस की जांच में अर्चना के साथ इस हत्याकांड में उसकी मंगेतर की भूमिका भी सामने आयी है लेकिन पुलिस अभी इस मामले में कुछ विशेष बताने से बच रही है.