सीवान/दरौदा : 10 जुलाई से प्रारंभ हो रहा सावन मास इस बार काफी फलदायी है. सावन के महीने में सोमवार के व्रत की सर्वाधिक महिमा है. यह भगवान शिव का सर्वप्रिय मास है. सोमवार को भगवान शिव एवं मां पार्वती के पूजन के साथ ही शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा का […]
सीवान/दरौदा : 10 जुलाई से प्रारंभ हो रहा सावन मास इस बार काफी फलदायी है. सावन के महीने में सोमवार के व्रत की सर्वाधिक महिमा है. यह भगवान शिव का सर्वप्रिय मास है. सोमवार को भगवान शिव एवं मां पार्वती के पूजन के साथ ही शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा का पात्र सहज ही बना जा सकता है.
उन्होंने कहा कि भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए सावन के सोमवार को व्रत करने का शास्त्रानुसार विधान है. आचार्य जितेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि जो कन्याएं अपनी इच्छानुसार पति पाना चाहती हैं अथवा जिनके विवाह आदि में किसी प्रकार की रुकावट आ रही हो, उनके लिए तो सावन के सोमवार का व्रत ही कल्पतरू के समान है.
सोमवार को भगवान आशुतोष की जो भी श्रद्धा भक्ति के साथ पूजा-अर्चना करेगा, उसे सारे बिगड़े काम बनने लगेंगे. सावन मास का पहला सोमवार 10 जुलाई को होगा. जिन्हें 16 सोमवार व्रत करने हैं, वह भी सावन के पहले सोमवार से व्रत करने की शुरुआत कर सकते हैं.
पूर्णिमा से पूर्णिमा तक भी पांच सोमवार : आषाढ़ मास की पूर्णिमा नौ जुलाई रविवार को होगी और श्रावण मास की पूर्णिमा सात अगस्त को है तथा पहला सोमवार 10 जुलाई को होगा. जो पूर्णिमा से पूर्णिमा तक सोमवार का व्रत करते हैं, वह पहला व्रत 10 जुलाई को करेंगे. इसके अतिरिक्त 17, 24, 31 के अतिरिक्त सात अगस्त को सोमवार का व्रत करके वन मास के विशेष व्रत का पुण्य लाभ पाया जा सकता है.