सीतामढ़ीः परिहार प्रखंड के बेला मछपकौनी गांव में स्थानीय दुर्गा पूजा समिति द्वारा पूर्व में निर्माण कराये जा रहे मंदिर को लेकर सीओ राजा राम सिंह द्वारा जारी एक पत्र का मतलब लोग नहीं समझ पा रहे हैं. लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि जिस मंदिर का निर्माण पूजा समिति में करीब तीन माह पूर्व रोक दिया था. फिर कौन सी नौबत आयी कि दुर्गा पूजा के पूर्व सीओ द्वारा मंदिर को हटा लेने का पत्र जारी किया गया. यह पत्र पूजा समिति के अध्यक्ष रामबाबू प्रसाद के नाम से जारी है. पत्र पर सीओ का हस्ताक्षर 22 अगस्त की तिथि में है, जबकि यह पत्र कार्यालय से 27 अगस्त को निर्गत है. यहां कार्यालय की भी लापरवाही उजागर हो रही है. जानकारों का कहना है कि यह कार्यालय की बदतर व्यवस्था का नतीजा है कि सीओ के हस्ताक्षर करने के पांच दिन बाद पत्र निर्गत हुआ. खास बात यह कि उक्त पत्र समिति के अध्यक्ष रामबाबू प्रसाद को अब तक नहीं मिला है.
क्या है मामला
बेला मछपकौनी में बिहार सरकार की जमीन पर मंदिर का निर्माण कराया जा रहा था. कार्य लिंटर तक हो चुका था. पूजा समिति के अध्यक्ष श्री प्रसाद ने बताया कि करीब तीन माह पूर्व सीओ के मौखिक आदेश पर कार्य को रोक दिया गया. बताया कि यह जमीन उनके पूर्वजों की है. सर्वे के दौरान बिहार सरकार के नाम हो गया. इस संबंध में जानकारी रखने वाले पुराने लोग बाहर रहते हैं. उनलोगों को आने के लिए खबर दी गयी है. उनके आने पर कागज की खोजबीन की जायेगी और पुख्ता सबूत मिलने पर उसे प्रशासन को सौंप मंदिर निर्माण कराने की अनुमति ली जायेगी. हालांकि यह स्वीकार किया कि लिंटर तक काम के दौरान प्रशासन द्वारा कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया. तत्कालीन एसडीओ राजेश कुमार ने आम जनता के नाम जारी पत्र में यह कहा था कि मंदिर निर्माण स्थल पर धारा 144 लागू कर दी गयी है.
सीओ के पत्र में क्या है
सीओ राजाराम सिंह ने अपने पत्रंक- 891, दिनांक 27.8.13 के द्वारा अध्यक्ष रामबाबू प्रसाद को भेजे पत्र में कहा है कि बेला थाना के सामने खाता नंबर-647, खेसरा- 812 व रकवा 44 डिसमिल गैर मजरूआ खास किस्म की जमीन है जो बिहार सरकार की है. उक्त जमीन पर पोखर है. वहां पर मंदिर का निर्माण आरंभ कर दिया गया है. सीओ ने कहा है कि उन्हें खबर मिली है कि दुर्गा पूजा समिति द्वारा निर्माण कार्य आरंभ किया गया है जो अवैध है. अध्यक्ष श्री प्रसाद को यह आदेश दिया गया है कि अर्ध निर्मित मंदिर को 15 दिनों के अंदर हटा लें अन्यथा बिहार लोक भूमि अतिक्रमण अधिनियम 1956 के प्रावधानों के तहत भू-खंड को खाली करा दिया जायेगा.
कहते हैं सीओ व अध्यक्ष
सीओ श्री सिंह ने स्वीकार किया कि अध्यक्ष रामबाबू प्रसाद को नोटिस दिया गया है. कहा कि बिहार सरकार की जमीन पर मंदिर निर्माण किया जा रहा है. पूजा के बाद पुन: नोटिस भेजी जायेगी. इधर, अध्यक्ष श्री प्रसाद ने बताया कि सीओ का उक्त पत्र अब तक नहीं मिला है. वैसे कार्य पर पूर्व से ही रोक है. कहा कि जब कार्य पर रोक हैं, तो सीओ द्वारा पत्र जारी किये जाने का औचित्य वे नहीं समझ पा रहे हैं. कहा कि न तो वे अब तक बॉन्ड भरे है और न ही किसी दूसरे के बारे में बॉन्ड भरे जाने की कोई खबर है.
डीएम को दी गयी सूचना
जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद सिंह ने मंगलवार को डीएम को पत्र भेज बताया है कि परिहार सीओ द्वारा दुर्गा पूजा के दौरान अर्ध निर्मित मंदिर को हटाने का आदेश दिया गया है. वैसे बेला कई वर्षो से तनाव का केंद्र बना रहा है. तत्काल वहां आपसी भाईचारे का माहौल बना कर पूजा संपन्न कराने की जरूरत है. पूजा बाद विवादित स्थल को लेकर दोनों पक्षों को बैठा कर न्यायोचित कार्रवाई किया जाये.