सीतामढ़ीः डुमरा थाना क्षेत्र के बड़हरवा निवासी सह चौकीदार मो हादिस की हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. घटना के साजिशकर्ता का नाम सामने आने पर पुलिस अचंभित है. एसपी पंकज सिन्हा के द्वारा गठित पुलिस टीम का नेतृत्व करते हुए सात दिन के अंदर सदर डीएसपी संजय कुमार ने घटना का परदाफाश करते हुए साजिशकर्ता के रूप में रीगा थाना पर पदस्थापित जितेंद्र नामक चौकीदार को गिरफ्तार कर लिया है.
शुक्रवार को अपने आवासीय कार्यालय में एसपी पंकज सिन्हा ने बताया कि अनुसंधान एवं समीक्षा के क्रम में यह बात प्रकाश में आयी कि एसडीपीओ, सदर कार्यालय में पूर्व में प्रतिनियुक्त जितेंद्र कुमार सिंह नामक चौकीदार ने अपराधकर्मियों से सांठगांठ कर घटना को अंजाम दिया गया है. जांच में पाया गया कि घटना और घटना के पूर्व एसडीपीओ कार्यालय के आसपास जितेंद्र सिंह को पेशेवर अपराधकर्मी राजू सिंह उर्फ लंगड़ा, रामजी राय, नवीन ठाकुर एवं अन्य अपराधकर्मियों के साथ घूमते हुए देखा गया था.
चौकीदार एवं उपरोक्त अपराधकर्मी के मोबाइल नंबर का पता कर जब उसके सीडीआर का विश्लेषण किया गया तो पाया गया कि घटना की तिथि को घटना के पूर्व एवं बाद में लगातार चौकीदार जितेंद्र उपरोक्त अपराधकर्मियों के संपर्क में था. तब सभी के गतिविधि पर नजर रखने की प्रक्रिया आरंभ की गयी. 4 जून को गुप्त सूचना मिली कि राजू सिंह उर्फ लंगड़ा अपने गांव स्थित ईंट भठ्ठा के पास अपने सहयोगी अपराधकर्मी के साथ एकत्रित है और किसी घटना की योजना बना रहे है. सूचना मिलने के बाद डीएसपी संजय कुमार के नेतृत्व में छापामारी टीम का गठन कर छापामारी किया गया. जिसमें थानाध्यक्ष विमल कुमार सिंह, हरिश्चंद्र ठाकुर, नफीस अहमद, सब इंस्पेक्टर विवेक जायसवाल, प्रमोद पासवान व सिपाही आलोक कुमार शामिल थे.
छापामारी के क्रम में लंगड़ा के पास से एक सीम, एक हिरो होंडा मोटरसाइकिल, मेड इन इटली का लोडेड पिस्टल व चार कारतूस बरामद हुआ है. दूसरे अपराधियों के पास से भी मोबाइल बरामद हुआ है. हत्या का कारण स्पष्ट करते हुए एसपी श्री सिन्हा ने बताया कि जितेंद्र नामक चौकीदार ने मो हादिस के हत्या की सुपारी विश्वनाथपुर गांव निवासी रामजी राय को दी थी. 1 लाख में हत्या का सौदा तय हुआ था. 60 हजार रुपया अग्रिम दिया गया था. 40 हजार बकाया है. हत्या का कारण स्पष्ट करते हुए दोनों ने बताया कि जितेंद्र पूर्व में डीएसपी कार्यालय में कार्य करता था. किसी कारणवश वहां से उसे हटा कर मो हादिश को रखा गया.
इसी बात से जितेंद्र खफा था. उसे महसूस हो रहा था कि मो हादिस की हत्या के बाद उसे पुन: डीएसपी कार्यालय में बुला लिया जायेगा. तब जीतेंद्र ने अपने रिश्तेदार लंगड़ा के माध्यम से रामजी राय को हत्या की सुपारी दी गयी थी. यहां बता दे कि चाइल्ड किलर के नाम से मशहूर रामजी राय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ताबड़तोड़ छापामारी कर रही है. इससे पूर्व गुरुवार को पहले सब इंस्पेक्टर विवेक जायसवाल ने नामजद आरोपित विजय कुमार को गिरफ्तार किया. एसपी ने कहा कि हत्या का खुलासा होने के बाद नामजद आरोपित विजय के खिलाफ किसी तरह का साक्ष्य नही मिला है.