सीतामढ़ी : कहते है कि भारत एक महान देश है, यहां पत्थर में भी भगवान नजर आते है और पेड़ों की पूजा भी की जाती है. बाढ़ के चलते नदियों ने भले ही इलाके में तबाही मचाये है, बावजूद इसके लोग अब भी नदियों की पूजा-अर्चना कर रहे है. फिलहाल लोग नदी का पानी कम हो, इसके लिए न केवल नदी की पूजा कर रहे है,
बल्कि रात के अंधेरे में पानी में घुस कर ढोल बजा रहे है. ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी मान्यता है कि ढोल बजाने से पानी भागता है. पिछले दस दिनों से बाढ़ के पानी के चलते तबाही झेल रहे रून्नीसैदपुर के इलाकों में बाढ़ पीड़ितों द्वारा बागमती नदी की पूजा करने के साथ ढोल बजा पानी भगाने की अजीबोगरीब पहल दिख रहीं है.