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भूकंप की घटना के मद्देनजर आपातकालीन सेवा को हड़ताल से रखा मुक्त
छपरा (सारण) : बनियापुर रेफरल अस्पताल के चिकित्सक डॉ रविरंजन पर हुए हमला, अस्पताल में तोड़फोड़ व हंगामा एवं चिकित्सक के निजी आवास पर तोड़फोड़ की घटना के विरोध में जिले के सभी सरकारी-गैर सरकारी चिकित्सक बुधवार को हड़ताल पर रहे. भूकंप की घटना के मद्देनजर चिकित्सकों ने सरकारी अस्पतालों के आपातकालीन सेवा को हड़ताल […]
छपरा (सारण) : बनियापुर रेफरल अस्पताल के चिकित्सक डॉ रविरंजन पर हुए हमला, अस्पताल में तोड़फोड़ व हंगामा एवं चिकित्सक के निजी आवास पर तोड़फोड़ की घटना के विरोध में जिले के सभी सरकारी-गैर सरकारी चिकित्सक बुधवार को हड़ताल पर रहे.
भूकंप की घटना के मद्देनजर चिकित्सकों ने सरकारी अस्पतालों के आपातकालीन सेवा को हड़ताल से मुक्त रखा. बिहार राज्य चिकित्सा सेवा संघ तथा आइएमए की दोनों शाखाओं के संयुक्त आह्वान पर बुधवार की सुबह आठ बजे से चिकित्सकों ने हड़ताल शुरू की. जिले के सभी सरकारी अस्पतालों का ओपीडी बंद रहा. निजी अस्पताल तथा नर्सिग होम में भी चिकित्सा सेवा ठप रही.
इस वजह से मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी. उपचार के लिए मरीज इधर-उधर भटकते रहे. सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष ही मरीजों का सहारा बना. वहीं, बुधवार को हुई बैठक डीएम के आश्वासन पर डॉक्टरों ने एक सप्ताह तक हड़ताल टालने का निर्णय लिया.
हड़ताली चिकित्सकों ने दिया धरना
हड़ताली चिकित्सकों ने सदर अस्पताल के ओपीडी के समक्ष बुधवार को दिन भर धरना पर बैठे रहे. सुबह आठ बजे से ही चिकित्सक धरना पर बैठ गये और ओपीडी को बंद रखा. धरना को संबोधित करते हुए संघ के सचिव डॉ बीके श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिस द्वारा आरोपितों के खिलाफ मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट नहीं लगाया गया है.
उन्होंने कहा कि आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने जमानतीय धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की है और उन्हें थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया गया. उन्होंने चिकित्सक के खिलाफ दर्ज मुकदमा अब तक वापस नहीं लिये जाने पर गहरी नाराजगी जतायी. उन्होंने कहा कि गुरुवार की सुबह आठ बजे तक हड़ताल जारी रहेगी और देर संध्या संघ की बैठक में आगे की रणनीति की घोषणा की जायेगी.
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